कांग्रेस ने अशोक गहलोत को दी बड़ी जिम्मेदारी, अजय माकन और प्रताप सिंह बाजवा को भी मिला ये पद
Haryana Election 2024: हरियाणा में कांग्रेस सत्ता में 10 साल के गैप के बाद लौटने के लिए हर स्तर पर जुटी हुई है. इसी क्रम में पार्टी के तीन बड़े नेताओं को हरियाणा भेजकर अहम जिम्मेदारी दी जा रही है.
Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है. कांग्रेस राजस्थान, दिल्ली और पंजाब से अपने तीन बड़े नेताओं को इसकी जिम्मेदारी दी है. कांग्रेस ने राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot), पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन (Ajay Maken) और पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) को वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया है.
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की ओर से एक प्रेस नोट जारी कर इसकी जानकारी दी गई है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तत्काल प्रभाव से अशोक गहलोत, अजय माकन और प्रताप बाजवा को सीनियर ऑब्जर्वर नियुक्त किया है.
बता दें कि इससे पहले अशोक गहलोत को लोकसभा चुनाव में भी अहम जिम्मेदारी दी गई थी. उन्होंने अमेठी लोकसभा क्षेत्र के लिए विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया था. यहां कांग्रेस के प्रत्याशी ने स्मृति ईरानी को हराकर सबको हैरान कर दिया था.
Hon'ble Congress President Shri @kharge has appointed the following leaders as AICC Senior Observers for the ensuing assembly elections in Haryana with immediate effect. pic.twitter.com/bkmGRMlDqp
— Congress (@INCIndia) September 14, 2024
इन राज्यों में भी पर्यवेक्षक रहे हैं माकन और बाजवा
वहीं, राज्यसभा सांसद अजय माकन की बात करें तो उन्हें छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान पर्यवेक्षक बनाया गया था. अजय माकन को पहले भी कई राज्यों में ऑब्जर्वर बनाया गया है. वहीं, प्रताप सिंह बाजवा को हिमाचल प्रदेश चुनाव के दौरान वहां का पर्यवेक्षक बनाया गया था. प्रताप सिंह बाजवा हरियाणा विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष भी हैं.
हरियाणा में नामांकन पूरा हो गया है और यहां 16 सितंबर को नामांकन वापस लेने की तारीख है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा फिर से चुनाव के मैदान में हैं. हुड्डा जिस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं वहां उनका मुकाबला 11 प्रत्याशियों से होने वाला है. कांग्रेस 10 साल से सत्ता में दूर है इसलिए पार्टी चुनाव की तैयारियों में किसी तरह की कमी नहीं छोड़ना चाहती इसलिए अशोक गहलोत, मकान और बाजवा जैसे वरिष्ठ नेताओं को हरियाणा भेजा जा रहा है.
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