Rajasthan: पायलट की सभा से पहले गहलोत सरकार ने बंद कर दिया इंटरनेट? सोशल मीडिया पर समर्थकों ने उठाए सवाल
सोशल मीडिया पर पायलट के समर्थन में पोस्ट वायरल हो रहा है. आरोप लगाया जा रहा है कि लोकप्रियता से घबराकर सरकार ने इंटरनेट बंद कर दिया. एसपी ने गांव में इंटरनेट नहीं होने की बात कही है.
Rajasthan Politics: कांग्रेस (Congress) नेता और टोंक विधायक सचिन पायलट (Sachin Pilot) इन दिनों राजस्थान की यात्रा पर हैं. नागौर और हनुमानगढ़ जिलों में किसान सम्मेलन और जनसभाएं करने के बाद बुधवार को झुंझुनूं पहुंचे. उदयपुरवाटी के गुढ़ा गांव में किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया था. गुढ़ा गहलोत सरकार में मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा का पैतृक गांव है. सभा के दौरान लोगों ने इंटरनेट बंद करने का आरोप लगाया. पायलट समर्थकों ने सोशल मीडिया पर सरकार को टारगेट करना शुरू कर दिया. देखते-देखते इंटरनेट बंद के आरोपों की सोशल मीडिया पर बाढ़ आ गई.
सोशल मीडिया पर लोगों ने लगाए आरोप
एक पायलट समर्थक ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को आड़े हाथ लिया. उसने आरोप लगाया कि ग्राम गुढ़ा में सचिन पायलट के पहुंचते ही इंटरनेट सेवा बंद करवा दी. ट्विट पर टोंक निवासी पूर्व प्रदेश कांग्रेस सचिव राम किशोर गुर्जर ने लिखा, "अपार जनसमूह को देखकर मुख्यमंत्री जी ने ग्राम गुढ़ा में सचिन पायलट' जी के पहुंचते ही इंटरनेट सेवा बंद करवा दी."
दूसरे सोशल मीडिया यूजर ने सचिन पायलट को साधारण विधायक बताते हुए सरकार पर हमला बोला. पायलट समर्थक सुरेंद्र ने ट्विटर पर लिखा, "आज की किसान महासभा गुढ़ा (उदयपुरवाटी) में सचिन पायलट साहब के पहुंचते ही इंटरनेट सेवा बंद कर दिया. भारी भीड़ उमड़ी है. पार्टी के ही एक साधारण विधायक से इतना डर."
एसपी बोले- 'गांव में इंटरनेट की पहुंच नहीं'
सोशल मीडिया पर इंटरनेट बंद का आरोप वायरल होने के बाद सच्चाई जानने की कोशिश की गई. एबीपी न्यूज ने प्रशासनिक अधिकारियों से बात की. झुंझुनूं एसपी मृदुल कच्छावा ने एबीपी न्यूज को बताया कि बुधवार को सचिन पायलट का सभा स्थल शहर से काफी दूर है. गांव में इंटरनेट की पहुंच नहीं है. शायद इसीलिए लोगों को कोई गलतफहमी हुई होगी. इंटरनेट बंद करने जैसी कोई बात नहीं है. झुंझुनूं जिले में इंटरनेट चालू था.