Rajasthan: छात्रसंघ चुनाव में NSUI की हार पर सचिन पायलट ने जताई चिंता, अपनी ही सरकार तो दी 'नसीहत'
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने गुलाम नबी आजाद, ईआरसीपी, एससी आयोग और छात्रसंघ चुनाव नतीजों जैसे मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी.
कांग्रेस (Congress) को बड़ा झटका देते हुए गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने 26 अगस्त को पार्टी की सदस्यता छोड़ दी. उनके इस्तीफे को कांग्रेस ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया था. वहीं राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाए जाने के बयानों के बीच कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने कहा पिछले 40-50 सालों में कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद को बहुत कुछ दिया है. इस समय साथ देने का समय था, लेकिन वो पार्टी छोड़ कर चले गए . वहीं बीजेपी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी में जेपी नड्डा अध्यक्ष बने जिसका कोई आधार नहीं था लेकिन कांग्रेस खुले मंच पर चुनाव पूरे लोकतांत्रिक तरीके से करवाता है.
NSUI की हार पर क्या बोले?
वहीं क्राइम में राजस्थान के नंबर वन होने पर उन्होंने कहा मैं मानता हूं कि एससी आयोग को भी सांविधानिक दर्जा मिलना चाहिेए. जालोर में गया था, तब भी मैंने कहा था कि कानून बनाने से काम नहीं चलेगा, उसको सख्ती से लागू करने पर भी ध्यान देना चाहिए. यूनिवर्सिटी चुनाव में एनएसयूआई को एक भी सीट नहीं मिली तो ये चिंता का विषय है. युवाओं की सोच के अनुरूप हमें काम करना चाहिए.
बीजेपी पर किया तंज
10 तारीख को ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना की घोषणा करेंगे. ऐसी मैं उम्मीद करता हूं कि लोगों की प्यास बुझाने का काम करेंगे. प्रधानमंत्री जी योजना को राष्ट्रीय योजना करने की घोषणा करके गए है, तो वो अपने वादें से मुखर नहीं सकते है. वहीं लंपी बीमारी को भी बीजेपी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए. वैसे बीजेपी गाय की रक्षा करने के दावे तो बहुत ही करती है. आगे उन्होंने कहा पार्टी के निर्देश को हमने सही और निष्पक्ष तरीके से माना है.