Rajasthan News: सांगोद विधायक और पूर्व मंत्री भरत सिंह अपने पत्रों के माध्यम से समय-समय पर बेबाकी से अपने क्षेत्र की समस्या उठाते हैं. भरत सिंह निरंतर अपनी ही पार्टी को कटघरे में खड़ा कर देते हैं. एक बार फिर उन्होंने अपनी ही सरकार के खनिज मंत्री पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर अवगत कराया कि प्रदेश में अगर खनन माफिया पर नियंत्रण करना है तो प्रदेश के खनिज मंत्री को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाना चाहिए.


अवैध खनन का सीधा संबंध गुंडागिरी से
भरत सिंह ने पत्र में लिखा कि "मैं आपका ध्यान भरतपुर के पहाड़ों में खनन के खिलाफ 551 दिन से धरना दे रहे साधु और एक साधु द्वारा स्वयं को लगाई आग पर दिलवाना चाहता हूं. अवैध खनन का सीधा संबंध गुंडागर्दी से है और प्रशासन के संरक्षण के बिना संभव नहीं हो सकता है. साधु के आत्महत्या करने के प्रयास के बाद आप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिला कलेक्टर और जिला प्रशासन को खनन माफिया को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. आपकी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश के खनिज मंत्री भी आपके साथ थे.


REET Exam 2022: REET एग्जाम को लेकर प्रशासन अलर्ट, कल कड़ी सुरक्षा के बीच होगी परीक्षा


खनन माफिया तो प्रदेश का खनिज मंत्री है
भरत सिंह ने कहा कि "हाडौती की एक कहावत है, कॉख में छोरा गांव में ढिंढोरा, प्रदेश का सबसे बड़ा खनन माफिया तो प्रदेश का खनिज मंत्री ही है." इसके द्वारा अवैध खनन का अपने गृह जिले में रिकॉर्ड कायम किया गया है. बारां जिले में छांट-छांट कर भ्रष्ट अधिकारियों को कलेक्टर, मंडल वन अधिकारी और अन्य पदों पर मंत्री द्वारा नियुक्त किया जाता है. जंगल, जमीन, नदी नालों पर अवैध खनन करवा कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है. बारां जिले में अवैध खनन करने के कारण कई लोग मरे हैं. आपको सोरसन और गोडावण संरक्षण पर मैं अनेक पत्र लिख चुका हूं. अवैध खनन को रोकने उन्होंने पत्र के माध्यम से सीधे तौर पर आत्मदाह की चेतावनी का इंतजार करने की बात कर डाली. 


Udaipur News: उदयपुर के अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतारें, डेंगू के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई टेंशन