Jaipur News: राजस्थान कांग्रेस में सियासी बवंडर लगातार बढ़ रहा है. कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा (Divya Maderna) के जुबानी हमले लगातार जारी है. उन्होंने एक बार फिर अपनी ही पार्टी के सरकारी मुख्य सचेतक और जलदाय मंत्री महेश जोशी (Mahesh Joshi) और यूडीएच और संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) को टारगेट किया है. सरकारी मुख्य सचेतक और जलदाय मंत्री महेश जोशी और यूडीएच और संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल पर बीते एक माह से हमलावर हैं. इस बार पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) का जिक्र करते हुए दोनों नेताओं पर निशाना साधा है.


खड़गे की शपथ के बाद कही ये बात
दिव्या मदेरणा ने बुधवार को कहा कि "एआईसीसी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष के पदभार ग्रहण समारोह में माननीय सोनिया गांधी जी को कृतज्ञता का वक्तव्य देने के लिए सभी महासचिव में से एकमात्र अजय माकन जी (प्रभारी राजस्थान) को चुना गया था, निश्चित रूप से कई लोगों को एक स्पष्ट लेकिन कई संकेत दिए गए हैं. आज के मंच से शांति धारीवाल जी और महेश जोशी जी को स्पष्ट संकेत हैं कि अजय माकन जी पर लगाए गए आरोप झूठे और निराधार हैं और पूरी तरह से खारिज कर दिए गए हैं."


गहलोत-पायलट समेत कई नेता हुए थे शामिल
बुधवार को कांग्रेस के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने एआईसीसी मुख्यालय में शपथ ग्रहण की. इस दौरान कांग्रेस की निवर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi), कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi),पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेंद्र बघेल सहित देश के कई बड़े नेता मौजूद रहे. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot), पूर्व मंत्री और गुजरात प्रभारी रघु शर्मा (Raghu Sharma), पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot), पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, एआईसीसी सचिव धीरज गुर्जर समेत प्रदेश के कई नेता शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने दिल्ली पहुंचे थे.


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दिव्या के पुराने बयान


6 अक्टूबर, 2022 : "सख्त कार्रवाई हो ताकि यह नजीर पेश हो कि कोई किसी भी पद का व्यक्ति अनुशासनहीनता का हिस्सा बने तो उस पर कार्रवाई होगी. पूरे राजस्थान व भारत में यह संदेश जाएगा कोई इस तरीके की पार्टी विरोधी गतिविधियों का हिस्सा बन आलाकमान को ललकारे ,अनुशासनहीनता करेंगे तो उस पर गाज गिरेगी."


6 अक्टूबर, 2022 : "फर्जी खबरें ना फैलाएं. कौन गिराएगा सरकार? क्या विधायकों को नहीं लड़ना है कांग्रेस सिंबल पर चुनाव ? और इस तरह की गद्दारी करने वालों को जनता पहनाएगी जूतों की माला. भारत जोड़ो यात्रा का नजारा देखो, थोड़े दिनों बाद विपक्षी विधायक भी कई जॉइन करेंगे कांग्रेस."


12 अक्टूबर, 2022 : "महेश जोशी स्वयं मुख्यमंत्री निवास पर हुई विधायक दल की मीटिंग में क्यों नहीं गए? खुद विधानसभा अध्यक्ष के निवास पर इस्तीफा देने क्यों गए? मदेरणा का मानना है कि यदि वो (महेश जोशी) स्वयं मीटिंग में जाते तो अन्य विधायक भी उनसे प्रेरणा लेते क्योंकि वो पार्टी के मुख्य सचेतक हैं."


19 अक्टूबर, 2022 : "हाईकमान के खिलाफ साजिश वाले लोग सबसे पहले हैं जो कांग्रेस के नए अध्यक्ष को बधाई देने दिल्ली गए हैं. संयोग से श्री खड़गे विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने जयपुर भेजे गए पर्यवेक्षकों में एक थे, जिन्होंने बाद में अनुशासन समिति को एक लिखित रिपोर्ट सौंपी और जिसके आधार पर नोटिस जारी हुए. समय का फेर है. खड़गे जी के लाख बुलाने पर  मिलने तक नहीं आए, विधायक दल की मीटिंग को बॉयकॉट कर समांतर मीटिंग की और यही मुख्य सचेतक और संसदीय कार्य मंत्री प्रतिनिधि बनकर आए तो खड़गे जी के सामने शर्त रखी कि जो फैसला होगा वह 19 अक्टूबर के बाद होगा व हम सिर्फ सोनिया गांधी जी से मिलेंगे."


26 अक्टूबर, 2022 : "एआईसीसी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष के पदभार ग्रहण समारोह में माननीय सोनिया गांधी जी को कृतज्ञता का वक्तव्य देने के लिए सभी महासचिव में से एकमात्र अजय माकन जी (प्रभारी राजस्थान) को चुना गया था, निश्चित रूप से कई लोगों को एक स्पष्ट लेकिन कई संकेत दिए गए हैं. आज के मंच से शांति धारीवाल जी और महेश जोशी जी को स्पष्ट संकेत हैं कि अजय माकन जी पर लगाए गए आरोप झूठे व निराधार हैं और पूरी तरह से खारिज कर दिए गए हैं."


नेताओं पर लगे थे अनुशासनहीनता के आरोप
सरकारी मुख्य सचेतक और जलदाय मंत्री महेश जोशी, यूडीएच और संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल और राजस्थान टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (RTDC) धर्मेंद्र राठौड़ पर अनुशासनहीनता के आरोप लगे हैं. गत 25 सितंबर 2022 को जयपुर में प्रदेश प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) के साथ बतौर कांग्रेस पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी की बैठक बुलाई थी मगर ये तीनों नेता अनुपस्थित रहे. पार्टी ने इन्हें अलग समानांतर बैठक करने और अनुशासनहीनता के आरोप में अलग-अलग नोटिस जारी किए थे. इन तीनों नेताओं ने पार्टी आलाकमान को जवाब में अपनी सफाई भेज दी थी. फिलहाल उस जवाब के बाद पार्टी ने कोई फैसला नहीं किया है.