Congress President Election In Rajasthan: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चयन करने के लिए सोमवार को चुनाव हुए. इसे लेकर राजस्थान कांग्रेस में उत्साह का माहौल दिखा. राजधानी जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में दो पोलिंग बूथ बनाए गए. यहां सुबह 10 बजे से वोटिंग शुरू हुई जो शाम चार बजे तक चली. सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, मंत्री शकुंतला रावत, परसादी लाल मीणा, सचेतक महेंद्र चौधरी, विधायक दिव्या मदेरणा, गिरिजा व्यास समेत कई नेताओं ने पीसीसी कार्यालय पहुंचकर कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए मतदान किया.


राजस्थान पीसीसी में 414 डेलीगेट्स को मतदान करना था. इनमें 393 ने ही जयपुर में मतदान किया. टोंक विधायक व पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट समेत 15 सदस्यों ने राजस्थान से बाहर अन्य शहरों में मतदान किया. छह सदस्य वोट देने नहीं पहुंचे. विधानसभा स्पीकर सी.पी. जोशी, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नारायण सिंह, विधायक वाजिब अली, कांग्रेस नेता लीला मदेरणा, राघवेंद्र मिर्धा, श्रवण कुमार ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया. वाजिब अली ऑस्ट्रेलिया होने के कारण नहीं पहुंच सके. श्रवण कुमार व नारायण सिंह अस्वस्थ बताए गए हैं. जयपुर पीसीसी में कुल 395 डेलीगेट्स ने मतदान किया. इनमें दो वोट प्रदेश रिटर्निंग ऑफिस और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर के हैं.


गांधी टोपी पहने दिखे गहलोत
मतदान करने पहुंचे सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) गले में सूत की माला और सिर पर गांधी टोपी पहने दिखाई दिए. सीएम के इस लुक की सूबे में चर्चा रही. दरअसल, गहलोत गांधीवादी नेता हैं और यही वजह है कि उन्हें राजस्थान का गांधी कहा जाता है. कांग्रेस पार्टी के हर कार्यक्रम में गहलोत अक्सर गांधीवादी टोपी पहनकर ही शामिल होते हैं. यह भी जगजाहिर है कि गहलोत की गांधी परिवार के प्रति गहरी आस्था है.


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19 अक्टूबर को आएगा नतीजा
मतदान प्रक्रिया खत्म होने के बाद रिटर्निंग ऑफिसर पोलिंग एजेंट्स की मौजूदगी में बैलेट बॉक्स सील करेंगे. इसके बाद सभी रिटर्निंग अधिकारी बैलेट बॉक्स साथ लेकर दिल्ली रवाना होंगे. वहां देर रात दिल्ली में AICC ऑफिस पहुंचकर बैलेट बॉक्स जमा करवा देंगे. दिल्ली में बैलेट बॉक्स की सुरक्षा के लिए एक स्ट्रॉन्ग रूम तैयार किया है, जहां इन्हें रखा जाएगा. दो दिन बाद 19 अक्टूबर को बैलेट बॉक्स खोलकर वोटों की गिनती की जाएगी. मतगणना पूरी होते ही नतीजे की घोषणा करेंगे.


137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष चुनाव
कांग्रेस पार्टी के करीब 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होंगे. इस बार पार्टी तय करेगी कि कांग्रेस की कमान अब खड़गे संभालेंगे या थरूर. इस महत्वपूर्ण चुनाव में इस बार गांधी परिवार से सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी ने उम्मीदवारी नहीं की है. ऐसे में 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का कोई व्यक्ति कांग्रेस अध्यक्ष चुना जाएगा.