MPs Suspension: सांसदों के निलंबन के खिलाफ भरतपुर में कांग्रेस का हल्ला बोल, केंद्र सरकार पर लगाया तानाशाही का आरोप
Rajasthan Congress Protest: निलंबित सांसदों की बहाली को लेकर कांग्रेस ने राजस्थान के सभी जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया. भरतपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला कार्यालय पर प्रदर्शन किया.
Bharatpur News: संसद में विपक्ष के 146 सांसदों के निलंबन के फैसले के खिलाफ विपक्षियों के पार्टियों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी क्रम में राजस्थान कांग्रेस इकाई ने शुक्रवार (22 दिसंबर) को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. भरतपूर जिला कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने भी जिला कलेक्ट्रेट के सामने धरना और प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और 146 विपक्षी सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग की है.
भरतपुर के कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिनेश सूपा की अध्यक्षता में धरना प्रदर्शन आयोजन किया गया. कांग्रेस के धरना प्रदर्शन में वक्ताओं ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र में तानाशाही की सरकार चल रही है. संसद से 146 सांसदों को निलंबित कर बीजेपी मनमानी कर रही है. कांग्रेस के नेताओं ने 146 सांसदों को बहाल करने की मांग की है. कांग्रेस नेताओं ने आह्वान किया है कि अगले साल यानी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में इस तानाशाह सरकार को उखाड़ फेंकने को कहा है.
जिलाध्यक्ष दिनेश सूपा ने क्या कहा?
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिनेश सूपा ने बताया है कि 146 सांसदों का जो निलंबन हुआ है, उसके विरोध में शुक्रवार (22 दिसंबर) को प्रदेश कांग्रेस के आव्हान पर कलेक्ट्रेट के सामने धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों और जयपुर में प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों द्वारा भी धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्हों सभी सांसदों के निलंबन को जल्द से जल्द रद्द करने की मांग की है.
'बीजेपी सांसद के खिलाफ नहीं हुई कार्रवाई'
दिनेश सूपा ने सांसदों के निलंबन गलत बताया है. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि जिस सांसद ने हमलावरों को संसद में घुसने की अनुमति दी, उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके उलट विपक्ष के 146 सांसदों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें निलंबित कर दिया है. यह निंदनीय है हम इसकी घोर निंदा करते हैं और हम मांग करते हैं कि जल्द से जल्द 146 सांसदों के निलंबन को रद्द किया जाए. दरअसल, 13 दिसंबर जो हमलावर संसद में घुसे थे, उनमें से एक आरोपी के पास से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के हस्ताक्षर से बना विजिटर पास मिला था.
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