Beawar News: ब्यावर पुलिस ने आज गुरुवार को कांग्रेस सेवादल सचिव हजरत अली हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. सहायक पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा के मुताबिक, पुलिस ने वारदात में लिप्त तीन आरोपियों को डीडवाना से गिरफ्तार किया है. हिम्मत नगर निवासी विकास नागौरा उर्फ टोनी पुत्र रमेश खटीक, दुर्गावास जवाजा निवासी दाऊ सिंह उर्फ सेठी पुत्र पांचूसिंह रावत और देवनगर चांग निवासी विक्रम सिंह उर्फ विक्की पुत्र शंकरसिंह रावत को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. आईपीएस मनीष सिंह चौधरी के निर्देशन में सीआई सुरेंद्र सिंह जोधा ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया. आरोपियों ने गत 3 नवंबर की रात हजरत की हत्या की थी. इस घटना को लेकर कांग्रेस में आक्रोश था. अब पुलिस इन आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड लेगी.



आरोपियों के खिलाफ पहले भी दर्ज हैं केस


शर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपी आदतन अपराधी हैं. आरोपी विकास नागौरा के खिलाफ ब्यावर शहर थाने में पहले से विभिन्न धाराओं के तहत चार मामले दर्ज हैं. केकडी थाने में भी एटीएम तोड़कर रुपए निकालने का केस दर्ज है. आरोपी दाऊ सिंह रावत के खिलाफ भी चार केस दर्ज हैं. ब्यावर शहर थाने में दो, ब्यावर सदर थाने में एक और जवाजा थाने में एक मुकदमा दर्ज है.


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हजरत कर रहा था प्रतियोगी परीक्षा की पढ़ाई


कांग्रेस सेवादल महासचिव व पेशे से वकील 32 वर्षीय हजरत काठात ब्यावर के फतेहपुरिया दोयम इलाके में रहता था. मृतक हजरत जज बनना चाहता था. लंबे समय से आरजेएस एग्जाम की तैयारी कर रहा था. उसके परिवार में एक चार साल की बेटी है. पत्नी दूसरी बार प्रेग्नेंट है. हजरत के पांच भाई, दो बहिन व माता पिता हैं. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने के लिए हजरत इलाके के एक घर में अकेला ही रहता था. जहां 3 नवंबर की रात बदमाशों ने उसके सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी. बदमाशों ने प्रॉपर्टी विवाद के कारण इस वारदात को अंजाम दिया था.