एक तरफ तो रक्षा बंधन का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है, भाई की कलाई पर बहने रक्षा सूत्र बांधकर उसकी लम्बी उम्र की कामना कर रही हैं तो भाई भी बहन को उसकी रक्षा का वचन दे रहा है साथ ही उपहार दे रहे हैं. ऐसे में एक बहन जब अपने भाई को राखी बांधने के लिए कह रही थी तो उसके पति ने मना कर दिया और उसकी ननद और पति परेशान करते थे जिसके चलते वह चम्बल में कूदने पहुंच गई लेकिन देवदूत बनकर आए एक भाई ने उसकी जान बचा ली.


महिला को कूदते हुए देखा तो कांस्टेबल ने बचाई जान
कोटा के नयापुरा थाना क्षेत्र में चम्बल पुलिया पर कांस्टेबल अशोक की ड्यूटी चल रही थी, ऐसे में उसने देखा की एक महिला चम्बल में छलांग लगाने वाली है तो वह दौडकर गया और उस महिला को चम्बल में कूदने से बचाया. साथ ही उससे समझाइश कर थाने लेकर पहुंचे.


एसपी ने दिया 2100 का इनाम
नयापुरा थाने के सीआई रमेश कुमार ने बताया कि आरकेपुरम में रहने वाली 19 वर्षीय महिला अपने परिवार से परेशान होकर चम्बल पुलिया पर पहुंच गई. महिला ने पुलिस को बताया कि पति और ननद उसे तंग कर रहे थे. साथ ही पति उसके पीहर में जाकर भाई को राखी बांधने से भी रोक रहा था. इसी बात से वह नाराज और परेशान होकर आत्महत्या करने जा रही थी, लेकिन कॉस्टेबल ने बचा लिया.


इस पूरी घटना के बाद कोटा शहर एसपी शरद चौधरी ने कांस्टेबल को 2100 रुपए का इनाम की घोषणा की है. दूसरी तरफ, कांस्टेबल अशोक कुमार का कहना है कि राखी के अवसर पर पुलिस लाइन से उसकी ड्यूटी चंबल की पुलिया पर लगाई थी. इसी दौरान एक महिला को संदिग्ध देखा तो भागते हुए उसके पास पहुंचा. वह चम्बल में छलांग लगाने वाली थी उससे पहले ही उसे पकड लिया. महिला को बहन की तरह समझाइश कर थाने लाए जहां उसकी पूरी बात सुनी और परिवार वालों को भी बुलाया गया है.