Rajasthan: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच ये है राहत की बात, खबर पढ़कर आप समझ जाएंगे कितनी जरूरी है वैक्सीन
Udaipur News: राजस्थान में संक्रमितों की और रिकवर मरीजों की तुलना की जाए तो संक्रमण दर भले ही 37 प्रतिशत है लेकिन 3 दिन में रिकवर होने की दर 50 प्रतिशत रही है. जानें, इसके पीछे की वजह क्या है.
Rajasthan Corona Vaccination: राजस्थान में लगातार कोरोना (Coronavirus) के केस मिलने के बाद संक्रमितों की दर भले ही बढ़ रही है लेकिन राहत की बात ये है कि रिकवर होने की दर और भी ज्यादा है. 3 दिन में प्रदेश में 28500 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं लेकिन 14500 के करीब मरीज रिकवर भी हुए हैं. अगर संक्रमितों की और रिकवर मरीजों की तुलना की जाए तो संक्रमण दर भले ही 37 प्रतिशत है लेकिन 3 दिन में रिकवर होने की दर 50 प्रतिशत रही है.
दिख रहा है वैक्सीन का असर
इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है लोगों को लगी कोरोना वैक्सीन. अलग-अलग रिपोर्ट के अनुसार जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन लगाई है वो घर पर ही ठीक हो रहे हैं. जो हॉस्पिटल में भर्ती हुए और जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी उन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई थी. उदाहरण के रूप में उदयपुर में 18 बच्चे ऐसे हैं, जिनकी उम्र 18 साल से कम है और वो हॉस्पिटल में भर्ती हैं, इन्हें वैक्सीन नहीं लगी है. साथ ही ही इनमें एक किशोरी ऐसी भी है जो ऑक्सीजन पर है. इससे ये देखा जा सकता है कि कोरोना वैक्सीन कितनी जरूरी है.
जारी है वैक्सीनेशन
कोरोना वैक्सीनेशन की बात करें तो सोमवार को प्रदेश में 15 से 18 वर्ष के 72474 बच्चो को वैक्सीन लगी है. इस उम्र के 54.5 प्रतिशत बच्चों को पहली डोज लग चुकी है. इसके अलावा 17184 हेल्थ केयर वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर और 60 वर्ष से अधिक आयु के 25497 लोगों को बूस्टर डोज लग चुकी है.
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