मदन राठौड़ ही क्यों बने राजस्थान BJP के प्रदेश अध्यक्ष? सीपी जोशी ने खुद बताई वजह
Rajasthan BJP President: राजस्थान में इस साल के आखिर में पांच सीटों में उपचुनाव होने हैं. इससे पहले बीजेपी ने अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए राजस्थान में मदन राठौड़ को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है.
CP Joshi on Rajathan BJP President: राजस्थान में कल गुरुवार (25 जुलाई) भारतीय जनता पार्टी के संगठन में बड़ा बदलावा देखने को मिला. बीजेपी ने राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ को राजस्थान की कमान सौंपी है. इसके बाद सियासी गलियारों में एक नई चर्चा शुरू हो गई.
इसी क्रम में बीजेपी ने राजस्थान में डॉ राधामोहन दास अग्रवाल प्रभारी को प्रभारी नियुक्त किया और सह प्रभारी विजया रहाटकर होंगी. इस साल के आखिर में होने वाले उपचुनाव में बीजेपी की प्रदेश में अपनी संगठन को मजबूत करने की कवायद के रुप में देखा जा रहा है.
सीपी जोशी ने क्या कहा?
राजस्थान बीजेपी में इस बदलाव के बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा कि एक कार्यकर्ता के नाते मुझे प्रदेश अध्यक्ष की कमान मिली थी और अब इसकी जिम्मेदारी एक नए कार्यकर्ता निभाएंगे.
सीपी जोशी ने कहा कि मुझे जो अवसर मिला है, उसमें राजस्थान के पूरे बीजेपी कार्यकर्ताओं की वजह से कांग्रेस की सरकार को हटाने में कामयाबी मिली और बीजेपी की दोबारा सत्ता वापसी हुई. यह प्रदेश के कार्यकर्ताओं की वजह से ही संभव हो पाया है.
'मदन राठौड़ के अनुभव का मिलेगा फायदा'
प्रदेश में बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर सीपी जोशी ने कहा कि मदन राठौड़ बहुत अनुभवी नेता हैं. उन्होंने बीजेपी संगठन में अलग-अलग पदों पर रहते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया.
सीपी जोशी ने आगे कहा, "मदन राठौड़ सत्ता में रहते हुए विधायक, मंत्री और फिलहाल राज्यसभा के सदस्य हैं, ऐसे में निश्चित रुप से इनके अनुभव का लाभ बीजेपी को पूरे प्रदेश में होगा."
'मेरे और सीएम के बीच कई इश्यू...'
इस मौके पर जब सीपी जोशी से पूछा गया कि क्या लोकसभा चुनाव में राजस्थान से कम सीटें मिलने पर उन्हें पद से हटा दिया गया? इस पर उन्होंने कहा, "ऐसा बिल्कुल नहीं है. लेकिन अगर कोई ऐसा सोचता है तो उसमें कोई दो राय भी नहीं है."
पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा, "लंबे समय से मेरी और मुख्यमंत्री के बीच कई ईश्यू थे, जिनमें जातीय समीकरण भी शामिल हैं. यहां कोई नया अध्यक्ष काम करे, यह हम सबकी इच्छा थी." उन्होंने कहा कि आगे हम मदन राठौड़ के नेतृत्व में मिलकर काम करेंगे.
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