तुलछाराम सिंवर प्रदेश मंत्री भारतीय किसान संघ ने बताया कि जिले में 13 से 15 जनवरी के मध्य तापमान में गिरावट से अरण्डी, सरसों सहित विभिन्न फसलों में 35 से 80 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है. बिजली आपूर्ति गड़बड़ाने के कारण फसलों में पर्याप्त सिंचाई नहीं होने से पाले का असर फसलों पर ज्यादा हुआ है. जिससे नुकसान का दायरा ज्यादा बढ़ गया. फसलों में नुकसान को लेकर भारतीय किसान संघ के ओर से मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर वास्तविक नुकसान का सर्वे करवाकर किसानों को आपदा अनुदान के तहत मुआवजा दिलाने की मांग की है.
फ़सल बुवाई रकबा नुकसान की आशंका
अरण्डी 25000 80%
सरसों 202000 45%
इसबगोल 32700 60%
जीरा 165500 20%
चना 48700 25%
गेहूं 69800 10%
तारामीरा 16800 35%
मेथी 10200 25%
अन्य 17800 60%
अरंडी मौसम आधारित व अन्य फसलें PM फसल बीमा योजना में कवर
जिले में बोई गई फसलों में अरण्डी की फसल का बीमा मौसम आधारित फसल बीमे में कवर है. इसके अनुसार 25 दिसम्बर से 25 फरवरी के मध्य निर्धारित मौसम केंद्रों पर 2 डिग्री से कम तापमान दर्ज होने पर बीमा क्लेम का प्रावधान है. जिसमें 3898.75 रुपये प्रति डिग्री अनुसार अधिकतम 15595 प्रति हैक्टेयर का बीमा क्लेम देय होगा.अन्य फसलें सरसों, जीरा, इसबगोल, तारामीरा, चना इत्यादि फसलों में फसल कटाई प्रयोग के आधार पर फसल बीमा क्लेम देय होगा. पाला गिरने पर व्यक्तिगत बीमा क्लेम का प्रावधान नही है.
बिजली आपूर्ति संकट से अपर्याप्त सिंचाई के कारण पाले का असर ज्यादा
फसलों में पर्याप्त सिंचाई होने से पाला का असर कुछ कम होता है लेकिन पिछले एक माह से विधुत आपूर्ति गड़बड़ाने से किसान फसलों में पर्याप्त सिंचाई नही कर पा रहे है. इस कारण तापमान गिरने से पाला पड़ा जिससे फसलों में भारी नुकसान होने की आशंका है.
ये भी पढ़ें: Phone Tapping Case: हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की याचिका पर अशोक गहलोत के ओएसडी से जवाब मांगा, यह है पूरा मामला