Bharatpur Crime News: राजस्थान (Rajasthan) पुलिस के मुखिया डीजी उमेश मिश्रा के निर्देशा पर साइबर क्राइम (Cyber Crime) को रोकने के लिए अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसके तहत दो जिलों भरतपुर (Bharatpur) और धौलपुर (Dhaulpur) के अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गई. भरतपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में आईजी गौरव श्रीवास्तव की मौजूदगी में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
भरतपुर के मेवात क्षेत्र में आए दिन साइबर क्राइम की घटनाएं हो रही हैं . देश के 15 राज्यों की पुलिस आएदिन मेवात इलाके में साइबर ठग को पकड़ने के लिए दबिश देती रहती है. साइबर क्राइम को रोकने और अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए के लिए पुलिस मुख्यालय से एक्सपर्ट आए थे जो भरतपुर रेंज के दो जिलों भरतपुर और धौलपुर के थाना प्रभारियोंऔर अधिकारीयों को प्रशिक्षण दे रहे थे
आईजी गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि राजस्थान पुलिस मुख्यालय से जुड़े हुए एक्सपर्ट ने दो जिलों भरतपुर और धौलपुर के पुलिस थाना प्रभारियों और अधिकारियों को साइबर क्राइम से जुड़े अपराधियों की पहचान करने, अपराधियों के खिलाफ महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाने और जांच रिपोर्ट पेश करने की ट्रेनिंग दी. बता दं कि जैसे पैसे ट्रांसफर के नए-नए तरीके का इस्तेमाल किया जा रहा है. अपराधी क्राइम करने का नया तरीका ढूंढ रहे हैं. भरतपुर में ही पहले पीतल की ईंट को सोने की ईंट बताकर लोगों को ठगा जाता था . अब यह टटलूबाजी आज डिजिटल टटलूबाजी में बदल गई है.
अगले सप्ताह इन दो जिलों में दी जाएगी ट्रेनिंग
गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि परम्परागत क्राइम को रोकना और क्राइम हो जाए तो उसे पकड़ने की जिम्मेदारी पुलिस की है. यह काम हम तभी सफलतापूर्वक कर सकते हैं जब हमें उस क्राइम के बारे में अपराधी से ज्यादा पता हो जिससे हम उसकी कोई भी चाल उसके छुपने का तरीका जान सकें और उसके खिलाफ कोर्ट में ठोस कार्रवाई करा सकें. भरतपुर रेंज के दो जिलों करौली और सवाई माधोपुर के थाना प्रभारियों और अधिकारियों को अगले सप्ताह सवाई माधोपुर में प्रशिक्षण दिया जाएगा.
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