'आपका बेटा छेड़छाड़ मामले में थाने में...', पाकिस्तानी नंबर से पैसे ऐंठने का बदमाशों ने बनाया मास्टर प्लान
Cyber Criminals in Rajasthan: साइबर ठग लोगों को ठगने के लिए नए - नए पैंतरे अपनाते हैं. कभी बिजली बिल का भुगतान करने को लेकर तो कभी बेटे को अपराधी बताकर परिजनों से पैसे ऐंठने का फ्रॉड करते हैं.
Rajasthan News: राजस्थान में धौलपुर जिले के सैपऊ थाना क्षेत्र में एक महिला के फोन पर व्हाट्सएप कॉल कर बताया गया कि उसका बेटा छेड़छाड़ के मामले में पुलिस थाने में बंद है और अगर महिला उसे बचाना चाहती है तो तुरंत तीस हजार रूपये इसी मोबाईल नंबर पर ऑनलाइन ट्रांसफर कर दें.
फोन पर बात सुनकर महिला बुरी तरह घबरा गई और उसने तुरंत अपने पति को इस वाट्सअप कॉल की सूचना दी. महिला की बात सुनकर पति पुलिस स्टेशन पहुंचा, जहां उसने पुलिस कर्मियों से जब अपने बेटे के बारे में पूछा तो पुलिस वाले भी हैरान रह गए. उन्होंने बताया कि यहां से ऐसा कोई फोन नहीं किया गया और न ही उनका बेटा थाने में बंद है.
जालसाजों ने किया पाकिस्तानी नंबर से कॉल
पुलिस ने मामले की तसल्ली से जानकारी लेकर फोन नंबर की जांच की तो पता लगा की कॉल प्लस 92 सीरीज पाकिस्तान के नंबर से किया गया है. फ्रॉड कॉल को लेकर रिंकू परमार ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
ये था पूरा मामला
जानकारी के अनुसार सैपऊ थाना क्षेत्र की शिवनगर कॉलोनी निवासी रिंकू परमार की पत्नी सीमा के फोन पर दोपहर को लगभग 2:45 पर वार्ट्सअप कॉल आया कि उसके बेटे को छेड़छाड़ के मामले में पुलिस थाने में पकड़ रखा है. मामले को रफा-दफा करने के लिए महिला से फिरौती की मांगी की.
बेटे की इस तरह की शिकायत मिलने पर सीमा घबरा गई और उसने अपने पति रिंकू को इसकी सुचना दी. रिंकू पुलिस थाने पहुंचा लेकिन वहां ऐसा कोई मामला नहीं निकला. थाना प्रभारी गंभीर सिंह ने रिंकू को बताया कि वो बच्चे के स्कूल जाकर देंखे.
स्कूल में पढ़ते हुए मिला बेटा
थाना प्रभारी गंभीर सिंह के कहने के बाद जब रिंकू परमार अपने बेटे को स्कूल में देखने गए तो उन्हें उनका बेटा स्कूल में पढ़ता हुआ मिला. छात्र पियूष के पिता ने प्लस 92 पाकिस्तानी नंबर से फ्रॉड कॉल आने की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज करा दी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. साथ ही पुलिस ने परिवार से अपील भी की है कि प्लस 92 से आने वाली कॉल न उठाएं और धोखाधड़ी का शिकार होने से बचें.
क्या कहना है पुलिस का
धौलपुर पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरडा ने बताया कि इस तरह के केस आ रहे हैं, जहां वाट्सअप कॉल कर बताया जा रहा है कि पुलिस ने आपके बच्चे को अरेस्ट कर लिया है और बच्चे को छुड़वाने के लिए पैसे की डिमांड की जाती है. ये नए तरीके का साइबर फ्रॉड है. इससे अलर्ट रहें.
अधीक्षक मेहरडा ने ये भी कहा कि इस तरह की कोई भी कॉल आती है तो सीधे पुलिस से संपर्क करें और साइबर थाने में रिपोर्ट करें. किसी भी वर्चुयल नंबर से आने वाले कॉल को न उठाए और जालसाजों से बचें.
ये भी पढ़े: कोटा में दर्दनाक हादसा, छत पर हाई टेंशन तार टूटकर गिरने से घर में फैला करंट, मां-बेटी की मौत