Cyclone Biparjoy: उदयपुर में दिखा बिपरजॉय का असर, रातभर तेज हवाओं के साथ हुई बारिश, आज भी अलर्ट
Udaipur Weather Update: बिपरजॉय तूफान का असर उदयपुर में दिखा. इसके चलते उदयपुर जिले में शनिवार को इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत अवकाश रहेगा और काम बंद रहेंगे.
Cyclone Biporjoy Impact in Udaipur: अरब सागर से उठे तूफान बिपरजॉय (Cyclone Biporjoy) ने तटीय इलाकों में तबाही मचाई है. उदयपुर (Udaipur) समेत राजस्थान (Rajasthan के कई इलाकों में शुक्रवार को इस तूफान का असर दिखाई दिया. उदयपुर के कई इलाकों में शुक्रवार को तेज हवाओं के साथ बारिश हुई. हालांकि शुक्रवार को तूफान में मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक ताकत नहीं दिखाई दी. जैसे बारिश के दिनों में हवाओं के साथ बारिश होती है, वैसे ही बारिश हुई. हालांकि प्रसाशन ने पूरी तैयारी कर रखी है. हालात बिगड़ने और आपदा की स्थिति में बचाव टीमें तैनात हैं.
उदयपुर संभाग के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ एरिया में शुक्रवार को हवाओं के कारण कुछ जगह पेड़ गिरे जिन्हें प्रसाशन ने हटाया. संभाग के सबसे बड़े महाराणा भूपाल चिकित्सालय के कार्डियोलॉजी विभाग के तीसरी मंजिल का कांच के एलिवेशन नीचे गिर गया. गनीमत रही कि उस समय नीचे कोई नहीं था. नीचे पड़े वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. वहीं मौसम विभाग ने उदयपूर में 17 जून के लिए भी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
शनिवार को उदयपुर में रहेगा अवकाश
बिपरजॉय तूफान के मद्देनजर उदयपुर जिले में शनिवार को इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत अवकाश रहेगा और काम बंद रहेंगे. अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) प्रभा गौतम ने बताया कि क्षेत्रीय स्थानीय निकाय विभाग के उप निदेशक द्वारा बिपरजॉय तूफान के मद्देनजर शनिवार को एक दिवस के लिए शहरी रोजगार का अवकाश रखने की अभिशंसा की गई थी. इस पर आदेश जारी करते हुए अवकाश घोषित किया गया है. उन्होंने सभी निकायों को आदेश का पालन करने के लिए कहा है.
10 हजार लोगों के लिए बनाया शेल्टर
उदयपुर से सबसे दूर जनजातीय क्षेत्र कोटड़ा में तूफान से बचाव के लिए पुख्ता व्यवस्था की गई है. वहीं जिला कलेक्टर ने यहां के निवासियों को एहतियात बरतने और अधिकारियों को माकूल प्रबंध करने की सलाह दी है. कोटड़ा के उपखंड अधिकारी बीनू देवल और विकास अधिकारी धनपत सिंह ने तूफान से बचाव के लिए की गई व्यवस्था के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि तूफान से बचाव के लिए क्षेत्र के 44 स्कूल, 55 पंचायत भवन और 14 छात्रावासों में अस्थाई आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं, जहां लगभग 10 हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है.