Cyclone Biparjoy: अरब सागर में बने चक्रवात बिपरजॉय का असर 15 जून की शाम से पश्चिमी राजस्थान के क्षेत्रों में दिखना शुरू हो गया है. शुरुआती दौर में बाड़मेर, सिरोही, पाली, जैसलमेर, जोधपुर और जालौर में मौसम में बदलाव हुआ. आंधी के साथ बारिश का दौर शुरू हो गया है. चक्रवाती तूफान को देखते हुए प्रशासन ने भी अपनी कमर कस ली है. जोधपुर संभाग में 13 एसडीआरएफ की कंपनियां तैनात की गई है.


राहत कार्य में काम आने वाले तीनों तरह के इंस्ट्रूमट मौजूद
एसडीआरएफ के ऑपरेशन इंचार्ज लोकेश सोनवाल ने एबीपी लाइव से खास बातचीत करते हुए बताया कि बिपरजॉय तूफान को देखते हुए 13 टीमों को तैनात कर दिया गया है. जोधपुर 3, पाली 2, बाड़मेर 2, जैसलमेर 1, सिरोही 2, जालौर में 3 टीमें तैनात की गई हैं. सभी टीमों के पास सभी तरह के संसाधन मौजूद हैं. लाइव वोट, लाइफ जैकेट और बचाव राहत के लिए कौशल जवानों को तैनात किया गया है. सोनवाल ने बताया कि हर टीम के पास तीनों तरह के इंस्ट्रूमेंट मौजूद हैं. फ्लड बेस, सीएसएलआर और एमएमआर किसी भी तरह की आपदा से चुनौती लेने के लिए हमारे जवान दक्ष हैं.


भारत सरकार की आपदा मित्र योजना के तहत 1700 जवान तैयार
लोकेश सोनवाल ने बताया कि जोधपुर संभाग में 1700 आपदा मित्र मौजूद हैं, जिन्हें भारत सरकार की आपदा मित्र योजना के तहत ट्रेनिंग देकर सर्टिफाइड किया था. उन सभी आपदा मित्रों को अलर्ट कर दिया गया है. किसी भी तरह की आपदा में लोगों का जीवन बचाने के लिए हमेशा स्वयंसेवक के रूप में तैयार रहते हैं. इस बार भी हमने उन सभी आपदा मित्रों को अलर्ट मोड पर रखा है. कहां कितने आप दाम मित्र जोधपुर में 500 पाली में 300 जालौर में 300 बाड़मेर में 300 लोगों को ट्रेन किया गया है. प्रदेश भर में 4700 आपदा मित्रों को तैयार किया गया है.


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