Rajasthan News: अरब सागर में 6 जून को उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है जिसके चलते मौसम लगातार बदल रहा है. 15 जून की रात को 10:00 बजे बिपरजॉय गुजरात की सीमा से जुड़े जालोर व बाड़मेर बॉर्डर से राजस्थान में प्रवेश कर चुका है. बिपरजॉय के कारण बाड़मेर, सिरोही, पाली, जालौर, जैसलमेर, जोधपुर में मौसम बदल गया है. कई जगह तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है. प्रदेश में अब अगले 2 दिन इसका असर रहने की आशंका है. 


मौसम विभाग प्रदेश में सभी जगहों पर भारी बारिश की संभावना जता चुका है. बिपरजॉय चक्रवाती तूफान से पहले प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो चुका है. जालोर में चक्रवर्ती तूफान के खतरे को देखते हुए कई धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं के दर्शन पर पाबंदी लगाई गई है. 18 जून को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए धार्मिक स्थलों के कपाट खोले जाएंगे,


रैपिड एक्शन के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम
बिपरजॉय चक्रवाती तूफान के सक्रिय होने से आम जनजीवन को परेशानी न हो इसलिए रैपिड एक्शन के लिए जोधपुर संभाग में 13 से अधिक एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है. कई सार्वजनिक मंदिरों को भी बंद किया गया है. प्रशासन की ओर से जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, जालौर, सिरोही, पाली को रेड अलर्ट पर रखा गया है. सभी जगह आपदा कंट्रोल रूम बनाए गए हैं.


जालोर में 2 दिन के लिए मंदिरों के कपाट हुए बंद
बिपरजॉय चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए जालौर जिले में रेड अलर्ट के चलते निकटवर्ती धार्मिक स्थान सुंधा माता तीर्थ स्थल शहर के क्षेमकरी माता तीर्थ स्थल नीम गोरिया तीर्थ स्थल के कपाट 2 दिन के लिए बंद कर दिए गए हैं. बिपरजॉय तूफान को लेकर जालोर जिले में रेड अलर्ट के चलते निकटवर्ती सुंधा माता तीर्थ स्थल एवं शहर के क्षेमकारी माता तीर्थ स्थल, नीम गोरिया तीर्थ स्थल के कपाट 2 दिन तक बंद रहेंगे. सुंधा माता तीर्थ स्थल के व्यवस्थापक जितेंद्र सिंह ने बताया कि तूफान को देखते 16 व 17 जून को मंदिर के कपाट बंद रहेंगे, 18 जून को दर्शन के लिए कपाट खोले जाएंगे. क्षेमकरी माता तीर्थ स्थल व नीम गोरिया मंदिर के कपाट शुक्रवार और शनिवार को बंद रहेंगे. इन दोनों मंदिरों में भी 18 जून को दर्शन होंगे.


तूफान से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय
बिपरजॉय चक्रवर्ती तूफान के बीच प्रशासन अलर्ट पर हैं. डैमेज कंट्रोल के लिए प्रशासन द्वारा सभी तरह के इंतजाम किए गए हैं. थोड़ी सी सावधानी से आप जानमाल के नुकसान से बच सकते हैं. तेज हवाओं, आंधी, मेघ गर्जना, बिजली चमकने और बारिश के दौरान घरों में ही रहें, कहीं रास्ते में हैं तो बचने के लिए पेड़, कच्ची दीवारें, टीन शेड आदि का सहारा न लें. कार में ना बैठे रहें. घर में कांच के दरवाजे हैं तो उन्हें मजबूती से बंद रखें, उनके पास ना रहें. बिजली के उपकरणों को बंद रखें. पशुओं को पेड़ व बिजली के लट्ठों से ना बांधें, ऊपर से गुजर रही बिजली लाइन से भी दूर रहें.


तूफान का तीन दिन रहेगा असर, भारी बारिश की संभावना
आईएमडी के अनुसार पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में तूफान का असर 16 व 17 जून को दिखाई देगा. सेटेलाइट रिमोट सेंसिंग डाटा के अनुसार शुक्रवार, शनिवार और रविवार को 3 दिन तक इसका असर रह सकता है. इस दौरान भारी बारिश हो सकती है. यह तूफान अरावली की पहाड़ियों से टकराएगा जिसके बाद क्षेत्र में अच्छी बारिश हो सकती है.


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