Dacoit Sarla Jatav News: चंबल के बीहड़ में पारिवारिक मजबूरी के कारण कुछ लोग डकैत बने, तो कुछ दबंगों द्वारा सताये जाने के बाद बदला लेकर चंबल के बीहड़ में जा पहुंचे. वहीं कुछ महिला डाकुओं को चंबल के डकैतों के द्वारा अपहरण कर गाबग में रखा गया और उन्हें मजबूरी में हथियार उठाकर डाकू बनना पड़ा. ऐसी ही कहनी है सरला जाटव की, जिसका अपहरण डाकू निर्भय गुर्जर ने किया था और उसे फिर उन्हें चंबल में रहकर हथियार उठाना पड़ा. 


चंबल के कुख्यात डाकू निर्भय गुर्जर ने बसंती नाम की महिला से शादी की थी. यह निर्भय गुर्जर की दूसरी पत्नी थी. कुछ समय बसंती डाकू निर्भय गुर्जर के साथ रही, लेकिन मौका मिलते ही बसंती वहां से फरार हो गई. निर्भय गुर्जर उसे ढूंढता रहा, लेकिन बसंती नहीं मिली. उत्तर प्रदेश के नियामतपुरा गांव में सरला जाटव अपने परिवार के साथ रह रही थी. उसकी उम्र उस समय 11 वर्ष थी. अचानक सरला जाटव की जिंदगी ने करवट ली. सन् 1999 में एक रात चंबल के डाकू निर्भय सिंह ने सरला जाटव के घर धावा बोल दिया. डाकू निर्भय ने सरला के पिता और उसकी बुआ की हत्या कर दी और सरला को अपने साथ उठाकर चंबल के बीहड़ में ले आया. धीरे-धीरे सरला चंबल के जंगल में रहने की आदि हो गई, उसने जंगल को ही अपना घर मान लिया.


एक साथ 6 किसानों का अपहरण की थी


डाकू निर्भय गुर्जर ने श्याम नाम के लड़के का दिल्ली से अपहरण किया था, लेकिन बाद में उसे अपना दत्तक पुत्र घोषित कर दिया. डाकू निर्भय गुर्जर ने सरला जाटव की शादी भी अपने दत्तक पुत्र श्याम से करा दी, उस समय सरला की उम्र 13 वर्ष थी. शादी के बाद सरला जाटव भी डाकू निर्भय गुर्जर की गैंग की सक्रीय सदस्य बन गई और अपहरण, लूट, डकैती, हत्या की घटनाओं को अंजाम देने लगी. सरला जाटव और श्याम दोनों ही निर्भय गुर्जर की गैंग के सबसे वफादार सदस्य माने जाते थे और दोनों गिरोह भी चलाते थे. सरला जाटव ने सहसो थाना क्षेत्र में पुलिस की टीम पर हमला भी किया था. इसी दौरान सरला जाटव ने एक राशन डीलर की गोली मार कर हत्या कर दी थी और सहसो गांव से एक साथ 6 किसानों का अपहरण भी कर लिया था. 6 किसानों का एक साथ अपहरण होने पर पुलिस की जांच में सरला गुर्जर का नाम आया और पुलिस सरला जाटव के पीछे पड़ गई.


जीन्स, टी-शर्ट और महंगे चश्मे पहनने का शौक  


सरला जाटव को ब्रांडेड जीन्स, टी-शर्ट और महंगे चश्मे पहनने का शौक था. 13 वर्ष की उम्र में ही सरला बंदुक के कारतूस की पेटी में लगाकर घूमती थी. श्याम के साथ शादी होने के बाद सरला जाटव का दबदबा बढ़ गया था. निर्भय गुर्जर की गैंग के सदस्य सरला को भी लीडर मानने लगे थे. सरला जाटव खाकी वर्दी, डार्क लिपस्टिक, माथे पर बिंदिया और हाथों में चूड़ी पहनकर भी घूमती थी.


सरला जाटव के खिलाफ हत्या के प्रयास, हत्या, लूट के लगभग 15 आपराधिक मामले उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में दर्ज किये गए. सरला जाटव पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. पुलिस सरला की सरगर्मी से तलाश कर रही थी कि 8 सितम्बर 2005 को सरला जाटव पुलिस के हत्थे चढ़ गई. इटावा कोर्ट से सरला जाटव को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. वर्ष 2005 से सरला जाटव जेल में थी. 17 वर्ष जेल में रहने के बाद सरला जाटव को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई और सरला जाटव रिहा होकर जेल से बाहर आ गई. सरला के बाहर आने की सूचना पर सरला के परिजन सरला को लेने पहुंचे और सरला उनके साथ घर चली गई.


ये भी पढ़ें: Rajasthan Tourism: उदयपुर में 1 अप्रैल से शुरू हुआ पर्यटन का समर सीजन, इस पैकेज की ज्यादा डिमांड कर रहे हैं पर्यटक