Dausa News: दौसा जिले के रामकरण जोशी अस्पताल पर गंभीर आरोप लगे हैं. मातृ एवं शिशु कल्याण केंद्र में प्रसूता महिलाओं के साथ अभद्रता की जा रही है. धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर और स्टाफ प्रसव कराने का पैसा मांगते हैं. डागोलाओ गांव निवासी राजी देवी से प्रसव के लिए लेबर रूम में दाखिल करने से पहले 500 रुपये की मांग की गई. लेकिन जब एक महिला ने पैसे देने में असमर्थता दिखाई तो उसके जांघ पर कैंची से वार कर डाला.
प्रसव कराने का सरकारी डॉक्टर मांगते हैं पैसा
गनीमत रही कि उसको कहीं कैची से कट नहीं लगा, वरना तो मामला और गंभीर हो जाता. ये हाल तब है जब फ्लैगशिप योजनाओं के दम पर राजस्थान में सरकार दोबारा वापसी का दावा कर रही है. लेकिन धरातल पर परिणाम बिल्कुल उलट नजर आ रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला एक और महिला के साथ भी पेश आया. प्रसव के लिए बीते दिन रामकरण जोशी सरकारी अस्पताल में भर्ती हुई. उससे भी प्रसव से पूर्व 1100 की मांग की गई. जब उन्होंने पैसे देने से मना किया तो उनके परिवार को डराया धमकाया गया. उनसे कहा गया कि अभी सब कुछ हमारे हाथ में हैं. तुम्हारे साथ कुछ भी हो सकता है. ये सारी बातें सुन परिजन डर गए और पैसा निकालकर दे दिए. उसके करीब 1 घंटे बाद सुमन मीणा को लेबर रूम से वार्ड में शिफ्ट किया गया.
रामकरण जोशी अस्पताल पर पहले भी थे आरोप
हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं था, इससे पूर्व भी अस्पताल में पैसे मांगने जैसी शिकायतें मिल चुकी हैं. पूर्व तत्कालीन जयपुर संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा ने रामकरण जोशी अस्पताल का दौरा किया था. उस दरमियान प्रसव के लिए आई महिलाओं के परिजनों से पैसे मांगने की कई शिकायतें मिली थी. उस समय भी 6 लोगों को एपीओ किया गया था.
आलम ये है कि लोग अब प्रसव के लिए प्राइवेट अस्पतालों का रुख करने लगे हैं. मामले में रामकरण जोशी अस्पताल के पीएमओ शिवराम मीणा ने शादी में बिजी होने का हवाला दिया है. उनका कहना है कि प्रकरण का पूरी तरह पता नहीं है. कल अस्पताल में ड्यूटी के दौरान मालूम कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. राजस्थान सरकार में चिकित्सा मंत्री खुद दौसा जिले के लालसोट विधानसभा से विधायक हैं. परसादी लाल मीणा चिकित्सा ढांचे को मजबूत करने में लगे हैं, लेकिन जमीन पर तस्वीर कुछ और है.
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