Dr. Archana Sharma Suicide Case: राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट कस्बे में महिला चिकित्सक के आत्महत्या मामले में न्याय की मांग कर रहे चिकित्सकों ने शनिवार यानी दो अप्रैल को राज्यभर की आपातकालीन और सामान्य चिकित्सा सेवाओं को बंद करने का आह्वान किया है. इसके मद्देनजर शनिवार को राज्यभर में चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं.


स्वास्थ्य सेवाओं को बंद करने का आह्वान


लालसोट की डॉ. अर्चना शर्मा के आत्महत्या मामले में तीन पुलिसकर्मियों सहित छह आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज करने की मांग को लेकर चिकित्सकों ने शनिवार को राज्यभर में स्वास्थ्य सेवाओं को बंद करने का आह्वान किया है.


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बंद रहेगी ये सेवाएं


निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम सोसायटी के सचिव डॉ. विजय कपूर ने कहा, ‘‘हमें सभी निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम और यहां तक कि सरकारी अस्पतालों के संघों से भी समर्थन मिला है. शनिवार को निजी अस्पतालों में नियमित और आपातकालीन सेवाएं पूरी तरह से बंद रहेंगी.’’


उन्होंने बताया कि शनिवार को बंद के आह्वान के चलते राज्यभर के सभी सरकारी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी नियमित स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहेंगी. कपूर के मुताबिक, शुक्रवार को भी राज्यभर के निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं.


महिला डॉ. ने कर ली थी आत्महत्या


उल्लेखनीय है कि लालसोट में एक निजी अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. अर्चना शर्मा ने मंगलवार को कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. डॉ. शर्मा के खिलाफ सोमवार को उनके निजी अस्पताल में एक गर्भवती की मौत के बाद इलाज में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज किया गया था.


जयपुर के संभागीय आयुक्त को सौंपी गई जांच


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बुधवार को दौसा के पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार को हटा दिया. वहीं लालसोट के थाना अधिकारी अंकेश कुमार को निलंबित किया गया है. वृत्ताधिकारी शंकर लाल को भी वहां से हटा दिया गया है. मामले की प्रशासनिक जांच जयपुर के संभागीय आयुक्त दिनेश कुमार यादव को सौंपी गई है.


सुसाइड नोट ने की थी ये अपील


महिला चिकित्सक ने एक पेज के कथित सुसाइड नोट में लिखा है, “मैंने कोई गलती नहीं की.... मेरा मरना शायद मेरी बेगुनाही साबित कर दे. कृपया निर्दोष डॉक्टरों को परेशान न करें.” जानकारी के अनुसार, महिला की मौत का कारण प्रसवोत्तर रक्तस्राव (पीपीएच) था, जिसमें शिशु के जन्म के बाद प्रसूता को गंभीर रक्तस्राव होता है.


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