Dausa News: बाल विवाह का यह मामला दौसा जिले के बांदीकुई क्षेत्र का है. नाबालिग बालिका ने खुद का बाल विवाह रुकवाने के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके मदद मांगी. जिसके बाद बाल कल्याण समिति के मेंबरों ने नाबालिग बालिका के घर पहुंचकर बाल विवाह रुकवाया. नाबालिग बालिका का कहना है कि उसे अभी विवाह नहीं करना बल्कि उसे अभी पढ़ना है.


खुद कॉल करके दी जानकारी


मामला बांदीकुई क्षेत्र का है. शादी से 3 दिन पूर्व नाबालिग बालिका ने दौसा बाल कल्याण समिति चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके खुद का बाल विवाह रुकवाने की सूचना दी. उसने कहा कि, मेरे घरवाले जबरदस्ती मेरा बाल विवाह कर रहे हैं और मुझे अभी पढ़ना है. मैं 11वीं में पढ़ रही हूं और आगे पढ़ाई करना चाहती हूं, इसलिए ये बाल विवाह नहीं करना चाहती. इस सूचना के बाद बाल कल्याण समिति के सदस्य मौके पर पहुंचे और लड़की को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया. जिसके बाद बालिका को बाल कल्याण समिति ने सखी सेंटर पर अपनी निगरानी में रखा. 


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बालिका को इस सर्त पर परिजनों को सौंपा 


जब बाल विवाह प्रकरण की जांच की गई तो जांच में सामने आया कि नाबालिग बालिका का विवाह 16 मई को ही होना था. जिसके बाद बालिका के माता-पिता को पाबंद किया गया. 17 मई को नाबालिग बालिका को उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया और नाबालिग बालिका के बालिग होने के बाद ही विवाह करने का शपथ पत्र भी उसके माता-पिता से लिया गया.


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