Dausa Doctor suicide case: राजस्थान (Rajasthan) के दौसा (Dausa) डॉक्टर सुसाइड केस में मुख्य अभियुक्त बल्या जोशी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पिछले कई दिनों से बल्या जोशी पुलिस की पकड़ से बाहर था. बताया जा रहा है कि बल्या जोशी ने एक न्यूज चैनल के ऑफिस में आकर सरेंडर किया जबकि राजस्थान पुलिस इसे अपनी कामयाबी बता रही है. 


इनाम घोषित था
डाक्टर अर्चना शर्मा सुसाइड केस में अब बल्या जोशी सहित आठ आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं. अब पुलिस ने भी थोड़ी राहत की सांस ली है. आईएमए ने बल्या जोशी कि सूचना देने वाले को 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया था. इसके अलावा राजस्थान पुलिस ने भी इसकी सूचना देने वाले के लिए 5000 रुपये का इनाम रखा था. 


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क्या थी घटना
29 मार्च को लालसोट के एक निजी चिकित्सालय में एक महिला की प्रसव के दौरान मौत हो गई थी जिसके बाद मृतक महिला के शव को रखकर अस्पताल के आगे प्रदर्शन किया गया जिसमें बल्या जोशी और हरकेश मटलाना सहित कई और लोगों पर धारा 302 के तहत डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के बाद डॉक्टर अर्चना शर्मा ने आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में केस दर्ज किया गया था. तभी से बल्या जोशी फरार चल रहा था और पुलिस इसे ढूंढने के लिए दिन रात एक किए हुए थी


सुसाइड नोट लिखा
डॉक्टर अर्चना शर्मा ने एक सुसाइड नोट लिखा था जिसमें कहा था कि, कुछ लोग मुझे परेशान कर रहे हैं और यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि धारा 302 के तहत एक डॉक्टर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया. डिलीवरी के दौरान महिला की मौत के लिए डॉक्टर को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है, इसलिए मैं मौत को गले लगा रही हूं, शायद मेरी मौत ही मेरी सच्चाई बयां करें.


एसपी ने क्या कहा
इस सारे मामले पर दौसा पुलिस अधीक्षक राजकुमार गुप्ता का कहना है कि हमारी टीम पिछले कई दिनों से लगातार बल्या जोशी की तलाश कर रही थी. इसका पीछा करते हुए एक चैनल के ऑफिस के बाहर से निकलते वक्त हमने इसे गिरफ्तार कर लिया.


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