Kota Crime News: कोटा जिले के रामगंज मंडी के सातलखेड़ी में स्थित राजकीय हॉस्पिटल के पीछे एक युवक का पत्थरों से कुचला हुआ शव मिला है. इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई और वहां भीड़ लग गई. हॉस्पिटल स्टाफ ने शव को देखा और पुलिस को सूचना दी. उसके बाद पुलिस ने शव की पहचान की.


मृतक के सिर और चेहरे पर पत्थरों से वार के कई निशान हैं. पत्थरों के वार से उसका सिर और चेहरा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. पास पड़े पत्थरों पर भी खून ही खून दिख रहा था.


ब्लाइंड मर्डर के खुलासे के लिए पुलिस ने शुरू की जांच
सुकेत थाना एसएचओ रघुवीर सिंह ने बताया कि जिस युवक का शव मिला है, उसकी पहचान मनीष मीणा (30) पुत्र स्व. चतुर्भुज निवासी, मंडा गांव रामगंज मंडी के रूप में हुई है. जिस जगह घटना हुई वहां शराब की कई बोतले मिली है, प्रथम दृष्टया शराब पार्टी करना भी सामने आ रहा है, लेकिन पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है.


ब्लाइंड मर्डर के खुलासे के लिए पुलिस जांच में जुट गई है. कोटा एसएफएल टीम और डॉग स्क्वॉड टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं.
 
भाई से 1 हजार रुपये ऑनलाइन डलवाए
मृतक के बड़े भाई पवन मीणा ने बताया कि उनका छोटा भाई मनीष रामगंज मंडी में क्राउन कोरियर में काम करता था और शनिवार रात को मनीष ने फोन करके उनसे 1 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करने के लिए कहा. पवन ने उसे एक हजार ट्रांसफर कर दिए उसके बाद रात 9 बजे मनीष को फोन किया, लेकिन उसका मोबाइल बंद आ रहा था. हमने सोचा वह हमेशा ही लेट आता है तो आ जाएगा लेकिन उसकी मौत की सूचना आई. वह अक्सर देर रात घर आता था, कभी-कभी तो सुबह तक भी आता था जिस वजह से तलाश नहीं किया.


पिता की मौत के बाद किसकी लगेगी नौकरी?
पुलिस की प्राथमिक जांच में यह भी समाने आया कि मनीष तीन भाइयों में दूसरे नंबर का था. बड़ा भाई पवन मीणा, छोटा भाई रिंकू मीणा है. इस परिवार में पिता की जगह नौकरी लगने को लेकर झगड़ा चल रहा था. इस एंगल से भी पुलिस जांच कर रही है. इनके पिता चतुर्भुज मीणा रामगंज मंडी उपखण्ड कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे. करीब 6 महीने पहले चतुर्भुज मीणा की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी.


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