Diphtheria In Deeg: राजस्थान के डीग जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में डिप्थीरिया बीमारी फैलने से 7 बच्चों की मौत हो चुकी है. जिले में डिप्थीरिया बीमारी से बच्चों की मौत के बाद चिकित्सा विभाग अलर्ट मोड़ पर है. चिकित्सा विभाग की टीम ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लगातार सर्वे कर रही है. साथ ही टीकाकरण के लिए जागरूक किया जा रहा है. अभी तक जिले के नगर क्षेत्र में सबसे ज्यादा 4 बच्चों की मौत हुई है.


डिप्थीरिया फैलने की खबर सुनकर WHO और जयपुर चिकित्सा विभाग की टीमें भी डीग जिले में पहुंच चुकी है. गांव-गांव जाकर बच्चों का टीकाकरण करवाया जा रहा है. संदिग्ध बच्चों का सैंपल लिया जा रहा है. CMHO ने बताया कि नवजात बच्चों से लेकर 16 साल के उम्र तक के बच्चों को डिप्थीरिया बीमारी होती है. इसमें बच्चों के गले में सूजन, खांसी, बुखार आ जाता है. उसके बाद यह बीमारी विकराल रूप धारण कर लेती है. इस बीमारी को रोकने के लिए टीकाकरण कराना जरूरी है.


क्या कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी का 


डीग जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी विजय सिंघल ने बताया कि 14 सितंबर को सबसे पहले कामां तहसील में डिप्थीरिया से एक बच्चे की मौत हुई थी. उस घटना के बाद चिकित्सा विभाग ने कामां और आसपास के इलाके में बच्चों की जांच शुरू की. उसके बाद पहाड़ी इलाके से 1 बच्चे की मौत की सूचना आई.


डिप्थीरिया फैलने की सूचना के बाद सर्वे को तेज किया गया. जिसके बाद डिप्थीरिया की गति में गिरावट आई. अचानक से फिर डिप्थीरिया फैलने लगा. कामां में फिर से 1 बच्चे की मौत हो गई. नगर में 4 बच्चों की मौत हो गई. जांच के दौरान अभी तक 24 बच्चे पॉजिटिव पाए गए. जिसमें से कई नेगेटिव भी हो गए. कामां के सुमित (7),अकरीन  (5) की मौत हो चुकी है. नगर में सुमित (6), मोनिश (3), शीजन (5), अल्फेज (3) की मौत हो चुकी है. वहीं पहाड़ी में आसिफा (3) की डिप्थीरिया से मौत हो चुकी है.


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