Rajasthan Elections 2023: भरतपुर का डीग बन गया नया जिला, इस घोषणा से कांग्रेस को नफा या नुकसान? जानें
Rajasthan Assembly Elections: डीग को नया जिला घोषित किए जाने के बाद अब ऐसी उम्मीद की जा रही है कि मंत्री विश्वेंद्र सिंह को इससे फायदा मिल सकता है, जिन्हें पिछले चुनाव में यहां से कम वोट मिले थे.
Rajasthan News: राजस्थान सरकार ने नए जिलों को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, जिसमें भरतपुर (Bharatpur) की डीग (Deeg) तहसील को भी नया जिला बनाया गया है. डीग जिले में 3 विधानसभा 6 उपखंड सहित 9 तहसील शामिल होंगे. भरतपुर संभाग में भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर के साथ ही नए जिले बने डीग और गंगापुर सहित अब 6 जिले होंगे.
डीग जिला बनने के बाद भरतपुर जिला दो हिस्सों में बट गया है. डीग को जिला बनाने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. भरतपुर जिले में केवलादेव नेशनल पार्क और ताज ट्रेपेजियम ज़ोन की गाइडलाइन के अनुसार औद्योगिक इकाइयां लगाने के लिए अनुमति नहीं मिलती थी, लेकिन अब डीग जिला ताज ट्रेपेजियम ज़ोन में नहीं आएगा और दिल्ली एनसीआर में होने के कारण डीग में विकास होगा.
कैबिनेट मंत्री ने भाई का सपना किया पूरा
कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने अपने चचेरे भाई अरुण सिंह का सपना भी पूरा किया है. डीग विधानसभा सीट पर 4 बार विधायक रहे राज परिवार के सदस्य कुंवर अरुण सिंह ने प्रतिज्ञा की थी कि जब तक डीग में पानी नहीं आ जाएगा और डीग को जिला नहीं बनाया जाएगा, मैं शादी नहीं करूंगा. उनके जीवित रहते उनका सपना पूरा नहीं हो सका. वर्ष 2006 में कुंवर अरुण सिंह का स्वर्गवास हो गया.
उसके बाद वर्ष 2013 विधानसभा चुनाव से पहले विश्वेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चंबल का पानी डीग पहुंचाने के लिए घोषणा कराई थी लेकिन वर्ष 2013 के चुनाव में बीजेपी की सरकार बनी थी और डीग में चम्बल का पानी पहुंचाने का काम धीमी गति से होने लगा. लेकिन वर्ष 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी .कांग्रेस की सरकार में डीग विधायक विश्वेंद्र सिंह को कैबिनेट मंत्री बनाया गया. मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने डीग में चम्बल का पानी भी पहुंचाया और डीग को नया जिला बनवाकर अपने चचेरे भाई का सपना पूरा किया.
विश्वेन्द्र सिंह संभाग के कद्दावर नेता
डीग-कुम्हेर विधायक और कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह को पूर्वी राजस्थान का कद्दावर नेता माना जाता है. जाट ही नहीं 36 जातियों के लोग मंत्री विश्वेंद्र सिंह का सम्मान करते हैं. पूर्वी राजस्थान की राजनीति मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के साथ ही करवट लेती है. मंत्री विश्वेन्द्र सिंह सभी जाति- धर्म के लोगों में अपनी अलग ही पकड़ बनाकर रखते हैं. इसी वजह से डीग विधानसभा सीट पर हमेशा राजपरिवार का सदस्य ही विधायक रहा है .
डीग जिला बनने से कांग्रेस को मिलेगा फायदा
माना जाता है कि डीग को नया जिला बनाने से कांग्रेस पार्टी को भी फायदा होगा. डीग में अब विकास के लिए अलग से बजट आएगा और जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी अलग होंगे जिससे कानून व्यवस्था भी बनी रहेगी. लोगों को भरतपुर नहीं आना पड़ेगा. जानकारी के अनुसार वर्ष 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में डीग कस्बे के लोगों ने विश्वेन्द्र सिंह को वोट कम दिए थे. इस बार डीग के नया जिला बनने से कस्बे के लोगों ने मंत्री विश्वेन्द्र सिंह का जोरदार स्वागत किया और साथ ही कांग्रेस पार्टी को वोट देने का भी वायदा किया है.
ये भी पढ़ें- Rajasthan: कोटा यूआईटी को हो रही गोबर से आय, लेकिन नगर निगम के लिए बन गया है मुसीबत, जानें- क्यों?