Rajasthan News: डीग जिले में जच्चा- बच्चा की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया. उन्होंने निजी अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया. मौत के बाद डॉक्टर और स्टाफ अस्पताल से फरार हो गये. मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों का गुस्सा शांत कराया.


मृतका संतोष के पति भरत लाल ने पुलिस को शिकायत दी है. शिकायत के मुताबिक 26 वर्षीय महिला गर्भवती थी. कल अचानक संतोष के पेट में दर्द उठा. परिजन कामां के सरकारी अस्पताल लेकर महिला को पहुंचे.


डॉक्टरों ने महिला को भरतपुर के जनाना अस्पताल रेफर कर दिया. परिचित ने जुरहरा रोड पर संजीवनी अस्पताल ले जाने की सलाह दी. अस्पताल में भरत लाल को सतीश नाम का व्यक्ति मिला. उसने खुद को एमबीबीएस डॉक्टर बताया. सतीश के साथ एक नर्स भी थी. संतोष को देखकर उन्होंने नॉर्मल डिलीवरी कराने की बात कही. डिलीवरी के नाम पर परिजनों से 30 हजार रुपये जमा करा लिये गये. शाम को सतीश ने स्टाफ के साथ संतोष का ऑपरेशन किया.


जच्चा-बच्चा की मौत के बाद परिजनों का हंगामा


उन्होंने बताया कि प्रसूता ने लड़के को जन्म दिया है. डिलीवरी के बाद जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. परिजनों से 10 हजार रुपये और जमा करने को कहा गया. पति ने 10 हजार रुपये भी जमा कर दिए. कुछ देर बाद ऑपरेशन थियेटर से नर्स बाहर आई. उसने बताया कि बच्चे की मौत हो गई है और संतोष की हालत खराब है. संतोष को हरियाणा में होडल के संपत हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दी गयी. संपत हॉस्पिटल पहुंचने पर डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया.


संजीवनी अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ फरार


परिजनों ने संजीवनी अस्पताल के डॉक्टर सतीश को फोन किया. डॉक्टर सतीश ने फोन नहीं उठाया. परिजन शव लेकर संजीवनी अस्पताल पहुंचे. डॉक्टर और स्टाफ नदारद थे. जच्चा-बच्चा की मौत से गुस्साये परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. हंगामे की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची. परिजनों को शांत कराकर महिला का शव अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया. संजीवनी अस्पताल विवादों के केंद्र में रहा है.


एक व्यक्ति की मौत के बाद 28 फरवरी को चिकित्सा विभाग संजीवनी अस्पताल पर कार्रवाई कर चुका है. चिकित्सा विभाग ने बोगस मरीज को संजीवनी अस्पताल भेजा था. अस्पताल में मौजूद सतीश ने खुद को डॉक्टर बताया. चिकित्सा विभाग की टीम ने खुद को डॉक्टर बताने वाले से डिग्री मांगी. डॉक्टर बताने वाला सतीश डिग्री नहीं दिखा सका. चिकित्सा विभाग ने संजीवनी अस्पताल से दवा, सर्जरी के उपकरण सहित सभी सामान जब्त कर लिया. 


ये भी पढ़ें-


Ramgarh By Poll: कांग्रेस लगाएगी हैट्रिक या सुखवंत सिंह BJP की नैया करेंगे पार? पढ़ें सीट का सियासी समीकरण