'देश में वक्फ बोर्ड बंद हो या फिर सनातन बोर्ड का गठन हो', धीरेंद्र शास्त्री ने बताई हिंदू राष्ट्र की परिभाषा
Dhirendra Krishna Shastri: धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि उनका हिन्दू राष्ट्र कैसा ऐसा होगा जिसमें जो अभी वर्तमान में भारत है वो ऐसी तो नहीं होगी.
Rajasthan News: राजस्थान के भीलवाड़ा शहर के कुमुद विहार में बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर की हनुमंत कथा का आयोजन चल रहा है. कथा के दूसरे दिन गुरुवार को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने वक्फ बोर्ड को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि देश में या तो वक्फ बोर्ड बंद होना चाहिए या फिर सनातन बोर्ड का गठन होना चाहिए. प्रत्येक हिंदू को माला और भाला दोनों रखना चाहिए. साथ ही राजनीति में धर्म का उपयोग वोटबैंक के लिए नहीं होना चाहिए.
हिन्दू राष्ट्र कैसा होगा ? परिभाषित किया शास्त्री ने
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि उनका हिन्दू राष्ट्र कैसा ऐसा होगा जिसमें जो अभी वर्तमान में भारत है वो ऐसी तो नहीं होगी. हिन्दू राष्ट्र में सबको रहने का अधिकार तो होगा लेकिन अन्य देशों में जैसे यहूदियों के देश में यहूदियों को एक पावर है आपको कोई भी देश अगर भगा देता है तो आप यहूदियों के देश में वापस जा सकते हैं, जैसे दुबई में सभी धर्मों के लोग रहते हैं पर विशेष पावर होता है.
जैसे पाकिस्तान यूनान ईरान वहां के मुसलमानों को है विशेष पावर जैसे वो मुस्लिम यहूदी कंट्री के रूप में पहचान रखते हैं, जैसे पाकिस्तान में भी हिंदू रहते हैं और विशेष पावर वहां मुसलमानों को है, वैसे ही भारत में हिंदू राष्ट्र बनने का मतलब ये है कि यहां पर हिन्दुओं को पॉवर रहेगा अन्य लोगों के पास नहीं मॉरिसस नेपाल, फिजी, सुरेनाम, ऑस्ट्रेलिया या इन देशों में हिंदू रहते हैं लेकिन उन्हें वहां पर पावर प्रदान नहीं किया गया है.
उन्होंने आगे कहा कि यह देश का बड़ा दुर्भाग्य है कि कुंभ में गैर हिंदुओं की दुकान लगती है, जो नहीं लगनी चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि वो हिंदू शास्त्र और रीति-रिवाज के बारे में नहीं जानते हैं. उन्होंने कहा कि इस हनुमंतकथा का मुख्य उद्देश्य देश के हिंदू समाज में व्याप्त जाति-पाति को खत्म करना है, ताकि हिंदुओं का आपसी बिखराव खत्म हो और वो एक हो. साथ ही पिछड़ों को आगे आने का मौका मिले. इससे राष्ट्र समृद्ध होगा. दरअसल शहर के कुमुद विहार में हनुमान टेकरी के महंत बनवारी शरण जी काठिया बाबा के सानिध्य में पांच दिवसीय हनुमंत कथा का आयोजन हो रहा है.
गुरुवार को कथा के दूसरे दिन बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बड़ा बयान दिया. बटोगे तो कटोगे के नारे को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि इस बयान को सियासी नेता ने दिया है. ऐसे में वो किसी राजनेता के बयान पर टिप्पणी नहीं करते हैं. साथ ही बाबा ने कहा कि धर्म से राजनीति चलती है, न कि राजनीति से धर्म. राजनीति में धर्म नहीं है तो समझ लो राजनीति अंधी है.
उन्होंने कहा कि राजनीति होनी चाहिए, लेकिन राजनीति में धर्म का उपयोग और वो भी वोटबैंक के लिए नहीं होना चाहिए. देश का दुर्भाग्य है कि राजनीति में धर्म का प्रयोग हो रहा है. राजनेता अपनी रोटी सेंकने के लिए राजनीति में धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के चित्रकूट में संत के द्वार पर स्वयंसेवक डंडा लेकर बैठता है वाले बयान पर पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि रक्षा करने की सभी को आवश्यकता है. यह केवल संघ का ही दायित्व नहीं है, बल्कि भारत में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति का संवैधानिक अधिकार है कि वो अपनी संस्कृति, परिवार की रक्षा करे. इसके लिए सरकार हमें शस्त्र लाइसेंस भी देती है. संघ के साथ प्रत्येक भारतीय सनातन हिंदुओं को माला और भाला दोनों रखने की आवश्यकता है.
सनातन बोर्ड के गठन को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि देश में वक्फ बोर्ड है तो सनातन बोर्ड क्यों नहीं होना चाहिए. क्या हम वोट नहीं देते हैं? सनातन बोर्ड का इसलिए गठन होना चाहिए, क्योंकि वक्फ बोर्ड बनाकर कहते हैं कि देश की संसद और मंदिर वक्फ बोर्ड की जमीन पर है. कल के दिन हमारे मकान भी वक्फ बोर्ड ले लेगा या तो देश में वक्फ बोर्ड बंद हो या सनातन बोर्ड का गठन हो.
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