Dholpur Crime: मंदिर के पुजारी की हत्या कर शव के कर दिए 4 टुकड़े! 10 साल पहले अपनाया था हिन्दू धर्म
Dholpur Priest Murder: धौलपुर में मंदिर के पुजारी की अज्ञात बदमाशों ने धारदार हथियारों से हत्या कर दी. फिर शव को चार टुकड़ों में काटकर पार्वती नदी के किनारे अलग-अलग बोरों में भरकर फेंक दिया.
Priest Murder in Dholpur : दिल्ली में श्रद्धा का मर्डर करने और उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर जंगल मे फेंकने के बाद देशभर से हत्या कर शव के टुकड़े करने के मामले सामने आने लगे है. कुछ दिन पहले ऐसा ही मामला जयपुर में भी देखने को मिला था, जहां एक इंजीनियर ने अपनी ताई की हत्या कर शव के आठ टुकड़े कर जगह-जगह फेंके थे. वहीं अब धौलपुर में भी एक पुजारी की हत्या कर शव के चार टुकड़े कर प्लास्टिक के बोरों में बंद कर नदी किनारे फेंका गया है.
दरअसल, राजस्थान के धौलपुर जिले के कंचनपुर थाना क्षेत्र के टोंटरी गांव में बीती रात माता मंदिर के पुजारी की अज्ञात बदमाशों ने धारदार हथियारों से निर्मम हत्या कर दी. पुजारी की हत्या के बाद बदमाशों ने शव को पार्वती नदी के किनारे चार अलग-अलग प्लास्टिक के बोरे में भर कर फेंक दिया. आज बुधवार सुबह जैसे ही ग्रामीणों ने चार बोरों में खून से लथपथ शव को देखा तो वहां हड़कंप मच गया. ग्रामीणों ने घटना की सूचना कंचनपुर थाना पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का मुआयना किया.
मुस्लिम धर्म छोड़कर अपनाया था हिंदू धर्म
मिली जानकारी के अनुसार 60 साल के महामुद्दीन खान निवासी भीमगढ़ 10 साल से टोटरी गांव स्थित पार्वती नदी के किनारे माता के मंदिर पर बतौर पुजारी रहते थे. पुजारी महामुद्दीन खान ने 10 साल पहले मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म को अपनाया था. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि टोटरी गांव के नजदीक पार्वती नदी के बीहड़ों में माता के मंदिर पर वह पूजा पाठ का काम करते थे. अभी तक की छानबीन में पुरानी रंजिश या कोई अन्य मामला सामने निकल कर नहीं आया है. पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है.
क्या कहना है पुलिस का
धौलपुर जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया है कि कंचनपुर थाना क्षेत्र में भीमगढ़ गांव में चामड़ माता का मंदिर है, जहां महामुद्दीन पुजारी था. पुजारी का शव आज कटी अवस्था में पार्वती नदी के किनारे मिला है. प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि चामड़ माता मंदिर के पास एक गुफा है, जहां कुछ और साधु रहते हैं. इन साधुओं के साथ महामुद्दीन का मनमुटाव चल रहा था. वहीं जो साधु गुफा में रहते थे वह भी अभी फरार है उनकी तलाश की जा रही है.