Happy Navratri 2022: देश और विदेश में मनाये गए शारदीय नवरात्रि के लिए घर में पण्डाल में माता शेरांवाली की प्रतिमाओं को विराजमान कर नौ दिन तक व्रत रख कर विधि विधान से पूजा अर्चना की गई. आज विजयदशमी के दिन माता की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा है. राजस्थान के धौलपुर जिले में बुधवार को माता की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए चंबल नदी के किनारे सुबह से ही लोगों की भीड़ उमड़ने लगी.
नदी में प्रतिमाओं के विसर्जन पर रोक के चलते नदी के पास ही खुदवाए गड्ढों में श्रद्धा के साथ प्रतिमाओं को विसर्जित किया जा रहा है. माता की प्रतिमाओं को विदाई देने से पहले लोगों ने चम्बल के किनारे पर ही मां की आरती कर पूजा अर्चना की. इस दौरान शहर में जगह-जगह धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. कन्याओं की पूजा अर्चना कर कन्याओं को प्रसाद खिलाकर उसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया. शहर में प्रतिमाओं के विसर्जन के वक्त लोगों ने बैंड बाजों के साथ डीजे की धुन पर शहरभर में शोभायात्रा निकाली.
चंबल नदी में विसर्जन पर लगाई रोक
धौलपुर नगर परिषद आयुक्त लजपाल सिंह ने बताया कि दशहरा को देखते हुए 3 दिन पहले ही माता की प्रतिमाओं के चंबल नदी में विसर्जन पर रोक लगा दी गई थी. शहर के आसपास कोई तालाब नहीं होने पर जिला प्रशासन ने लोगों की परेशानी समझी और चम्बल नदी के किनारे पर ही जेसीबी की सहायता से 4 बड़े-बड़े गड्ढे खुदवा कर जनरेटर सेट लगाकर चंबल नदी से पानी भरवाया. श्रद्धालुओं को नदी के किनारे बनाए गए इन गड्ढों में ही माता की प्रतिमा विसर्जन करने के लिए कहा गया. श्रद्धालु सुबह से ही इन गड्ढों में माता की प्रतिमाओं को श्रद्धापूर्वक विसर्जन कर रहे हैं.
पुलिस की व्यवस्था चुस्त
चम्बल नदी की तरफ कोई ना जाये और मूर्ति विसर्जन के दौरान कोई हादसा ना हो इसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा में पुलिस की भी माकूल व्यवस्था की गई. ड्यूटी पर कार्यरत जगदीश एएसआई ने बताया कि पुलिस प्रशासन की तरफ से चंबल नदी पर पुलिस जाब्ता लगाया गया जो माता विसर्जन करने के लिए आ रहे श्रद्धालुओं को प्रशासन द्वारा चिन्हित जगह पर ही माता की मूर्ति विसर्जन करवा रहें हैं. जिससे कोई बड़ा हादसा ना हो सके.
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