Rajasthan News: राजस्थान के धौलपुर जिले के आंगई बांध के पास देर रात लगभग 1 बजे डकैत लुक्का गुर्जर अपनी प्रेमिका और 6 साथियों के साथ बोलेरो गाड़ी से आ रहा था. लुक्का गुर्जर ने पुलिस को देखकर पुलिस पर फायरिंग कर दी. डकैतों द्वारा फायरिंग करने के बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की जिसमें लुक्का डकैत का भाई रवि गुर्जर और उसका साथी अशोक गुर्जर घायल हो गया.


पुलिस से मुठभेड़ में दो साथियों के घायल होने के बाद डकैत लुक्का गुर्जर अपनी प्रेमिका और तीन अन्य साथियों के साथ खेतों में खड़ी बाजरे की फसल का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गए. 


सूचना मिलने पर नाकाबंदी की
धौलपुर पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार कार्यवाही करने पहुंचे सीओ सुरेश सांखला ने बताया है कि देर रात पुलिस को डकैत गिरोह के गढ़ी बजना की सूचना मिली थी. पुलिस को सूचना मिलने के बाद सीओ के नेतृत्व में आंगई थाना पुलिस, क्यूआरटी , डीएसटी ,और साइबर क्राइम की टीम ने आंगई बांध के किनारे नाकाबंदी शुरू कर दी. जैसे ही डकैतों की गाड़ी आंगई बांध के पास पहुंची पुलिस को देखकर पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी.


जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलाई
डकैतों के द्वारा फायरिंग करने के बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की. पुलिस की जवाबी कार्रवाई को देखते हुए गाड़ी से उतरकर डकैत धर्मेंद्र उर्फ़ लुक्का उसकी प्रेमिका और अन्य पांच साथी खेतों में भागने लगे. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में डकैत लुक्का के भाई रवि गुर्जर के पैर में गोली लगने से घायल हो गया. लुक्का डकैत का दूसरा साथी अशोक गुर्जर की भागते समय खेतों में गिरने से उसके पैर में चोट लग गई. पुलिस ने घायल दोनों डकैतों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है.


दोनों भाइयों पर पुलिस द्वारा इनाम घोषित 
जानकारी के अनुसार धौलपुर पुलिस अधीक्षक द्वारा डकैत लुक्का गुर्जर पर 25 हजार का इनाम घोषित है साथ ही घायल हुए उसके भाई रवि गुर्जर पर भी 15 हजार का इनाम घोषित है. 15 हजार का इनामि रवि गुर्जर पुलिस मुठभेड़ में घायल जो गया है और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.  


भाई की हत्या का बदला लेने के लिए बना डकैत 
बताया गया है की वर्ष 2009 में जमीनी विवाद के चलते धर्मेंद्र गुर्जर के बड़े भाई की हत्या हुई थी. धर्मेंद्र के भाई की हत्या उसी के साले ने की थी. कुछ महीने बाद ही भाई की मौत का बदला लेने के लिए धर्मेंद्र गुर्जर ने बंदूक उठा ली और भाई के साले को सरेआम गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. 2009 में भाई की हत्या का बदला लेकर धर्मेंद्र चंबल के बीहड़ों में निकल पड़ा. यहीं से धर्मेंद्र को अपराध की दुनिया ने 'लुक्का के नाम से नहीं पहचान दी, जिसके बाद उसने अपराध जगत में कदम रखते हुए लूट, फिरौती और अपहरण जैसी वारदातों को अंजाम दिया.


क्या कहना है पुलिस का 
धौलपुर के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान वांछित डकैत धर्मेंद्र उर्फ लुक्का भाग गया, जबकि उसके भाई रवि गुर्जर और एक साथी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने धर्मेंद्र गुर्जर के सिर पर 25,000 रुपये जबकि उसके भाई रवि गुर्जर पर 15,000 रुपये का इनाम घोषित किया है. करीब 30 मिनट तक चली मुठभेड़ में दोनों ओर से कई राउंड गोलियां चलीं. पुलिस फरार डकैतों की तलाश कर रही है.


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