Dholpur: पूर्व विधायक बनवारी लाल कुशवाह को सात साल का कारावास, चिट फंड केस में सुनाई गई सजा
Rajasthan News: धौलपुर विधानसभा क्षेत्र की विधायक शोभारानी कुशवाहा के पति और पूर्व विधायक बनवारी लाल कुशवाह को चिटफंड मामले में 7 साल की सजा सुनाई गई है. वह 5 साल की सजा काट चुके हैं.
Dholpur News: राजस्थान के धौलपुर विधानसभा क्षेत्र की विधायक शोभारानी कुशवाहा के पति और पूर्व विधायक बनवारी लाल कुशवाह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. विधायक के पति एवं पूर्व विधायक बनवारी लाल कुशवाह 29 नवंबर को भरतपुर स्थित सेवर सेन्ट्रल जेल से जमानत पर बाहर आये हैं.
कोर्ट द्वारा चिटफंड मामले में बनवारी लाल कुशवाह और चार आरोपियों को दोषी ठहराते हुए सात साल के कारावास की सजा सुनाई गई है. जिसमें से 5 साल की सजा पूर्व विधायक बनवारी लाल पहले ही काट चुके हैं. चिटफंड मामले में आरोपी बनवारीलाल कुशवाहा, शिवराम कुशवाहा,बालकिशन कुशवाहा,जितेंद्र कुमार और विजेंद्र पाल सिंह शामिल हैं.
जानकारी के अनुसार चिटफंड कंपनी गरिमा होम रियल स्टेट एवं एलाइड कंपनी द्वारा जांजगीर-चांपा जिले के चांपा शहर के लायंस चौक पर अपना ऑफिस चलाया जाता था. कंपनी के एजेंट ने लोगों को 5 वर्ष में जमा रकम को दुगना करने का झांसा दिया.
झांसे में आकर क्षेत्र के कुछ लोगों ने कंपनी के एजेंट के माध्यम से लगभग 2 करोड़ 67 लाख 48 हजार 374 रुपए जमा कराये थे. कंपनी रकम वसूलने के बाद वहां से रफू चक्कर हो गई थी. इसके बाद निवेशक दिलचंद देवांगन पुत्र किशन देवांगन ने चांपा पुलिस थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर धौलपुर के पूर्व विधायक बनवारी लाल कुशवाह को गिरफ्तार कर लिया था. पांच साल मामला कोर्ट में चला था. मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सर्व विजय अग्रवाल ने सुनवाई करते हुए बनवारी लाल कुशवाहा और उनके चार साथी आरोपियों को दोषी ठहराते हुए सात साल के कारावास की सजा सुनाई है. चार आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है.
क्या कहना है अभियोजन अधिकारी का ?
जिला अभियोजन अधिकारी नंद कुमार पटेल ने बताया कि राजस्थान की चिटफंड कंपनी गरिमा होम रियल स्टेट एंड एलाइड कंपनी ने जांजगीर-चांपा जिले के चांपा शहर के लायंस चौक पर अपना दफ्तर खोला था. कंपनी ने एजेंट के माध्यम से स्थानीय लोगों से पैसा जमा कराकर उन्हें पांच साल में उनकी रकम दोगुना करने का झांसा दिया. इस तरह से कंपनी ने करीब 2 करोड़ 67 लाख 48 हजार 374 रुपए ठग लिए. जब निवेशक कंपनी के दफ्तर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि दफ्तर बंद है और उन्हें ठगी का अहसास हुआ. इस घटना की रिपोर्ट दिलचंद देवांगन ने चांपा थाने में दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और आरोपी बनवारी लाल कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया. बाकी चार आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं.
बता दें कि वर्ष 2012 में नरेश कुशवाहा हत्याकांड मामले में वर्ष 2016 से पूर्व विधायक बीएल कुशवाहा जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे. पूर्व विधायक 29 नवम्बर को सेवर जेल से बाहर आये थे.
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