Rajasthan CM: वसुंधरा राजे नहीं बनीं मुख्यमंत्री तो हाड़ौती में छाई मायूसी, अब मंत्री पद पर है इस संभाग की नजर
Rajasthan Chief Minister: राजस्थान भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद हाड़ौती संभाग में मायूसी छा गई है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबियों में बेहद उदासीनता देखी गई है.
Rajasthan Chief Minister: राजस्थान में मुख्यमंत्री का चेहरा सामने आ गया है. भजन लाल शर्मा के नाम की घोषणा होने के साथ ही हाड़ौती संभाग में कई जगह मायूसी छा गई है. वसुंधरा राजे के करीबी लोगों में बेहद उदासीनता देखी गई और झालावाड़ बारां में तो खुशी जाहिर करने की कोई खास तस्वीरें भी सामने नहीं आई हैं. प्रहलाद गुंजल पूर्व विधायक के कार्यालय पर भी सन्नाटा रहा. जबकी कोटा भाजपा कार्यालय पर आतिशबाजी की गई और मिठाइयां बांटी गईं.
कोटा में इन चेहरों को मिल सकती है मंत्रीमंडल में जगह
राजस्थान में अब मंत्रिमंडल में जगह पाने वालों पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं. कोटा संभाग की बात करें तो यहां कोटा जिले में 4, बारां में 4 और झालावाड़ में 3 विधायक जीत कर आए हैं, जिसमें प्रताप सिंह सिंघवी लगातार सातवीं बार चुनाव जीते हैं. इसके अलावा मदन दिलावर इस सीट पर दूसरी बार चुनाव जीते हैं. हीरालाल नागर, कल्पना देवी, संदीप शर्मा और ललित मीणा यह सभी विधायक मंत्री पद की दौड़ में आगे चल रहे हैं.
हाड़ौती संभाग में मंत्री पद देना तो निश्चित है, लेकिन इन 6 विधायकों में किसके सिर ताज सजता है यह देखने वाली बात होगी. पिछली कांग्रेस सरकार में हाड़ौती से तीन मंत्री थे, जिसमें यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, खनिज गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया, खेल एवं युवा मामलात राज्य मंत्री अशोक चांदना थे. ऐसे में हाड़ौती संभाग में कितने मंत्री पद होंगे इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं.
इन्हें मंत्री बनाए जाने की ये वजह खास है
सांगोद विधायक हीरालाल नागर की बात करें तो वह संगठन में कई पदों पर रह चुके हैं. वह किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष और प्रदेश कार्यकारिणी में सदस्य हैं. इसके अलावा लोकसभा अध्यक्ष के करीबी माने जाते हैं. ऐसे में उन्हें मंत्री पद मिलने की भी संभावना है, जबकि मदन दिलावर प्रदेश महामंत्री सहित कई पदों पर रह चुके हैं और भैरो सिंह सरकार में मंत्री भी रहे हैं. उनकी दावेदारी भी प्रबल मानी जा रही है. जबकि छाबड़ा सीट से 7वीं बार जीतकर आए प्रताप सिंह सिंघवी, वसुंधरा सरकार में मंत्री रहे हैं, ऐसे में वरिष्ठता के आधार पर अनुभव के आधार पर उन्हें भी मंत्री बनाया जा सकता है.
कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा की लगातार तीसरी बार जीत हुई है और ब्राह्मण चेहरे के रूप में जाने जाते हैं. संघ से करीबी रिश्ते हैं, ऐसे में उन्हें भी मंत्री पद मिल सकता है. जबकि कोटा जिले के लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र से जीतने वाली कल्पना देवी राज परिवार से आती हैं. महिला चेहरा हैं. ऐसे में उन्हें भी मंत्री पद मिल सकता है. जबकि दूसरी बार चुनाव जीते ललित मीणा संघनिष्ठ हैं, वसुंधरा की बाड़ेबंदी की चर्चाओं में उनके पिता का नाम सामने आया था और बड़ेबंदी की बात कही गई थी. ऐसे में यह संघ के चेहरे के रूप में देखे जाते हैं जिस कारण से भी इन्हें मंत्री पद मिल सकता है.
हर बार आते हैं चौंकाने वाले परिणाम
भाजपा का शीर्ष नेतृत्व हमेशा चौंकाने वाले परिणाम देता रहा है. ऐसे में इस बार हाड़ौती संभाग को कितने मंत्री मिलते हैं किसके सिर पर ताज सजता है यह जल्द ही सामने आ जाएगा. लेकिन हाड़ौती संभाग को नजरअंदाज किसी भी रूप में नहीं किया जा सकता क्योंकि हाड़ौती संभाग भाजपा का गढ़ है. यह प्रमुख चेहरे हैं, जिनमें से कितने मंत्री बनते हैं यह शीर्ष नेतृत्व तय करेगा.
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