Dhanteras 2022: राजस्थान में पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व पर चारों तरफ उत्साह, उमंग, उल्लास का माहोल है. इस बीच रविवार को धनतेरस पर्व हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है. सुबह महिलाओं ने परंपरागत रस्म निभाते हुए धरती का सोना कहलाने वाली मिट्टी की पूजा की. महिलाएं सवेरे जल्दी उठकर 'धन' लेने पहुंची. वहां मिट्टी का पूजन कर दीपक लगाया और कथा सुनीं. इसके बाद सोने रूपी धन को लेकर घर पहुंची. महिलाओं ने मंगल गीत भी गाए.


महिला बोली- 'मिट्टी ही खरा सोना'
पूजन करने पहुंची एक महिला ने बताया कि भारत की भूमि पवित्र है. यह धरा मिट्टी रूपी सोना उगलती है. 'मेरे देश की धरती सोना उगले..' गीत में भी माटी की महिमा बताई गई है. धनतेरस के दिन महिलाएं इस मिट्टी की पूजा करती है और इसे धन मानकर घर लाती है. पूजा के मांगलिक कार्य में यह मिट्टी शुभ मानी जाती है. दीपावली की शाम लक्ष्मी मैया की पूजा के दौरान इस मिट्टी रूपी धन की भी पूजा की जाएगी.


बाजार में बढ़ी धनतेरस की बिक्री
धनतेरस पर धातु खरीदने की परंपरा है. ऐसे में लोग खरीददारी के लिए बाजार में पहुंच रहे हैं. बाजारा में ग्राहकों की भीड़ उमड़ने से बिक्री बढ़ गई है. छोटे-बड़े वाहन, आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक आइटम व बर्तनों की दुकानों पर खूब बिक्री हो रही है. बिक्री बढ़ने से बाजारों में धनतेरस पर जमकर धनवर्षा हो रही है.


सतरंगी रोशनी से सजे बाजार
कोरोना काल के दो साल बाद इस बार बाजारों में दीपावली की रौनक दिखाई दे रही है. सभी बाजार सतरंगी रोशनी से सजे हैं. बाजार आकर्षक लाइटों से जगमगा रहे हैं. पूरे प्रदेश में पहली बार अशोक गहलोत सरकार ने रोशनी पर्व को उत्साह से मनाने की तैयारी की है. सभी नगरीय निकायों में सजावट प्रतियोगिता भी रखी है. सरकार ने बेहतरीन सजावट करने वाले बाजारों को हजारों रुपए के इनाम का एलान भी किया है.


ये भी पढ़ें


Diwali 2022: ऑनलाइन खरीदारी से कोटा के बाजारों में आएगी 35 फीसद की गिरावट! क्या कहते हैं व्यापारी


Dhanteras 2022: धनतेरस पर आपके आंगन बरसेगा धन, बस ध्यान रखनी होंगी ये बातें, जानें- शुभ मुहूर्त