Dog Donate Blood: डॉगी ने अपने भाई को खून देकर बचाई जान, जानें क्या है पूरा मामला
जोधपुर पशु चिकित्सालय में एक स्पिट्स डॉग इलाज के लिए लाया गया डॉग में हीमोग्लोबिन की मात्रा बहुत कम थी जिसके बाद उसके बहन के ब्लड को डॉगी को चढ़ाया गया.
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Dog Donate Blood in Jodhpur: इंसानों को खून की जरूरत हो तो किसी भी इंसान के उसी ग्रुप का खून चढ़ाकर उसकी जान बचा ली जाती है. इसकी जागरूकता के लिए आपने ब्लड डोनेशन कैंप व ब्लड बैंक देखे होंगे आज जोधपुर पशु चिकित्सालय में एक स्पिट्स डॉग इलाज के लिए लाया गया डॉग में हीमोग्लोबिन की मात्रा बहुत कम थी ऐसे में डॉक्टर ने डॉग के मालिक को उसके सिबलिंग को ढूंढ कर लाने के लिए कहा तो डॉग के मालिक ने अपने डॉग की बहन डॉगी को अस्पताल लेकर पहुंचा डॉक्टर के अनुसार जोधपुर के वेटरनरी हॉस्पिटल का यह पहला मामला है. जब इस तरह से एक डॉग का ब्लड दूर से डॉग को चढ़ाया गया ब्लड चढ़ाने के बाद बीमार डॉग बिल्कुल स्वस्थ हैं.
क्या है पूरा मामला
जोधपुर के रहवासी नारायण जोशी का पालतू डॉग टॉफी जोकि स्पिट्स ब्रीड का है उसके बीमार होने पर उसको जांच के लिए रातानाडा स्थित पशु चिकित्सालय में लाया गया. वहां पर पशु चिकित्सालय मैं मौजूद पशु चिकित्सक संजय कृष्ण व्यास ने डॉग का चेकअप किया चेकअप के दौरान ब्लड टेस्ट किया तो पता चला कि उसका हीमोग्लोबिन 2.7 हो गया है. जबकि आमतौर पर स्वस्थ डॉग का हिमोग्लोबिन 12 से 18 के बीच में रहता है. ऐसे में उसकी जान बचाने के लिए उसको सिबलिंग ढूंढा गया नारायण जोशी अपने टफी की सिबलिंग को लेकर आए उसके ब्लड को टफी के ब्लड मैच करवाया गया डॉक्टर ने बताया कि दोनों के ब्लड को मिक्स कर रखा गया और देखा गया कि उसका थक्का तो बन रहा हैं. थक्का नहीं जमने सिबलिंग डॉगी का ब्लड निकालने के लिए ऐसी कोई अलग पाऊँच वगैरह नहीं थी ऐसे सिरिंज में भरकर ब्लड डोनर के शरीर में ब्लड निकाला और शरीर से ही दवाई मिलाई जिससे कि खून का थक्का ना जमे और ब्लड को चढ़ाया गया एक तरफ निकाल कर दूसरी तरफ हाथों-हाथ खून चढ़ाया गया 10 दिन बाद तक का फीडबैक लिया गया तो वह डॉग पूर्ण रूप से स्वस्थ है.
ब्लड पैरासाइट्स से पीड़ित था टफी
डॉक्टर ने बताया कि टफी को ब्लड पैरासाइट्स हो गया था ऐसे में जीवाणु तो खून में रहते हैं और खून बढ़ने कम हो जाता है. ऐसे में डॉग की आंखें पीली पड़ जाती है और सफेद हो जाती है यह इस बीमारी के लक्षण होते हैं डॉग सुस्त रहता है खाना नहीं खाता है और दुबला पतला हो जाता है कई डॉग के सिबलिंग नहीं मिल पाते हैं ऐसे में बीमारी डॉग को ब्लड की कमी हो जाती है जिससे मोत हो जाती हैं.
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