उदयपुर: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर 21 साल तक बैठने वाले वीरभद्र सिंह के परिवार पर राजस्थान के उदयपुर जिला कोर्ट में घरेलू हिंसा (Domestic Violence) का केस दर्ज हुआ है.अदालत ने वीरभद्र के बेटे और कांग्रेस एमएलए विक्रमादित्य सिंह, उनकी मां प्रतिभा सिंह, बहन अपराजिता सिंह, बहनोई अंगद सिंह को 14 दिसंबर को अदालत में पेश होने का समन जारी किया था. अदालत ने अब इस तारीख को बढ़ाकर 13 जनवरी कर दी है.विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण से कांग्रेस के विधायक हैं. वहीं उनकी मां प्रतिभा सिंह सांसद हैं और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष हैं. 


क्या है पूरा मामला


अधिवक्ता भंवर सिंह देवड़ा ने बताया कि विक्रमादित्य की पत्नी और धीर सिंह चूंडावत की बेटी सुदर्शना सिंह ने परिवाद दिया था. इसे एसपी और कोर्ट में भी पेश किया गया.परिवाद में बताया गया है कि आठ मार्च 2019 को हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य से जयपुर में शादी हुई थी.उनका परिवार शिमला में पूर्व राजघराने से है और पीहर भी 16 उमराव में से एक आमेट है.शादी के कुछ समय बाद ही परिवार के सदस्यों ने उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया था.कहीं पर आने जाने नहीं देते थे.यहां तक आरोप लगाए कि विक्रमादित्य के किसी युवती के साथ अवैध संबंध भी हैं. विक्रमादित्य ने कहा था कि वह मुझे पसंद नहीं करता है.बाद में बहु के रूप में रखने के लिए मेरे परिवार से 10 करोड़ रुपए की मांग भी की गई.ससुर वीरभद्र का निधन होने के बाद और ज्यादा परेशान करना शुरू कर दिया गया. इसलिए खुद अपने पीहर चली आई.परिवाद में पति, सास, ननद और बहनोई पर आरोप लगाया गया है. 


कोर्ट में हड़ताल, 13 जनवरी को सुनवाई 


यह परिवाद कोर्ट में 17 अक्टूबर को पेश किया गया था. कोर्ट ने चारों को 17 नवंबर को कोर्ट में पेश होने का समन जारी किया था, लेकिन कोई पेश नहीं हुआ. इसके बाद अदालत ने 14 दिसंबर को पेश होने का फिर से समन जारी किया है. लेकिन आज भी कोई पेश नहीं हुआ.कोर्ट में भी पिछले करीब 10 दिन से  हड़ताल चल रही है.आज भी कोर्ट में कोई पेश नहीं हुआ है.इस कारण कोर्ट ने अगली तारीख 13 जनवरी दे दी है.


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