Dungarpur News: देश से बाहर छात्र और टीचर पढ़ाई करने और शोध करने के लिए जाते हैं, लेकिन अब इंडिया में बाहरी रिसर्चर्स और टीचर आ रहे हैं और यहां कई दिनों तक रुककर रिसर्च कर रहे हैं. इससे यह फायदा होगा कि जिस देश से यह आ रहे हैं वह खेती सहित अन्य चीजों के बारे में गांव के लोग जान पाएंगे और इसे लागू भी कर पाएंगे.


स्पेन से डूंगरपुर आईं चार टीचर्स
ऐसी ही 4 महिला टीचर उदयपुर संभाग के डूंगरपुर जिले के एक गांव में पहुंची हैं. स्पेन से आईं यह टीचर्स चूडियावाड़ा गांव में दो हफ्ते तक रूकेंगी. यहां की संकृति, शिक्षा, जैविक खेती के बारे में शोध करेंगी. कुछ यहां से सीखकर जाएंगी.  


चारों सरकारी स्कूल की टीचर
डूंगरपुर में चूडियावाड़ा गांव में ही रहने वाले ईश्वर सिंह राठौर ने बताया कि हर साल इसी प्रकार से स्कॉलर और टीचर को बुलाते हैं. अभी जो टीचर आई हैं यह स्पेन के बार्सिलोना से आई हैं. यह वहां के सरकारी स्कूल की टीचर हैं जो अलग-अलग अपने प्रोजेक्ट पूरे करने के लिए यहां आई हैं. यहां किस शिक्षा, वातावरण, जैविक खेती, संस्कृति आदि के बारे में देखेगी. पिछले दो साल से कोई नहीं आया लेकिन कोरोना की पाबंदियां हटी इसके बाद अब आए हैं. इससे पहले भी टीचर अलग-अलग कंट्री से आ चुके हैं.


विदेशों में बढ़ेगी क्षेत्र की पहचान
राजस्थान या कहें उदयपुर संभाग पर्यटन क्षेत्र हैं. यहां कई देशों से पर्यटक घूमने आते हैं. यहां से टीचर अपने शोध को लेकर जाएंगी और बताएंगी जिससे विदेशों में हमारे गांव की पहचान होगी. संभवतया इससे पर्यटन भी बढ़ेगा.


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