Siddh Kunjika Mantra: दुर्गासप्तशती का पाठ क्लिष्ट और नियमों में रहकर ही करने वाला है. हलांकि उसी में उद्धृत सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के लिए स्वयं महादेव ने बताया कि केवल कुंजिका के पाठ से दुर्गापाठ का फल प्राप्त हो जाता है. कवच, अर्गला, कीलक, रहस्य, सूक्त, ध्यान, न्यास यहां तक कि अर्चन भी आवश्यक नहीं है. यह सिद्ध कुंजिका स्तोत्र अत्यंत गुप्त और देवों के लिए भी दुर्लभ है.
सिद्धकुंजिकास्रोत और मंत्र बहुत ही पावरफुल और स्ट्रांग हैं. इनके अभ्यास हेतु शांत वातावरण या शांत कमरे में स्वच्छ और ढीले वस्त्र पहनकर किसी भी मुद्रा में बैठ जाएं. जो लोग जमीन पर नहीं बैठ सकते हैं, ऐसे लोग कुर्सी-सोफा आदि पर बैठ जाएं. सबसे पहले दस बार सामान्य रूप से प्राणायाम करें. लंबी-गहरी सांस लें और छोड़ें. फिर अपने आज्ञाचक्र यानि दोनों नेत्रों के मध्य में ध्यान करते हुए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का जाप करें.
लोगों ने शेयर किया अपना अनुभव
इसी कड़ी में इस सिद्ध कुंजिका स्रोत और मंत्र के विषय में कुछ अनुभव लोगों ने शेयर किए. उनमें यह पता चला कि कुछ लोगों को शुरुआत में कुछ दिन सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करने के बाद शरीर में कमजोरी, बुखार इस तरह के भी लक्षण मिले. क्योंकि यह मंत्र वाक्य में ही बहुत स्ट्रॉन्ग है और ऐसा होने पर आप समझ जाइए कि आप सही दिशा में जा रहे हैं. उन्होंने इसको मन लगाकर नवरात्रि के पहले दिन से लगातार 41 दिन किया और उसके उपरांत उनको उनके मनोवांछित फल प्राप्त हुए.
सिद्धकुंजिकास्त्र्रोत और मंत्र दोनों भिन्न हैं. मंत्र को स्त्रोत में से ही चुना गया है जो इस प्रकार है-..*ऐं हृीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे. ऊं ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल ऐं हृीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा..*
इस मंत्र का गोपनीय जाप करें
समय की कमी या कम समय में शीघ्र लाभ हेतु साधक इसे उपयोग में लाते हैं. सिद्ध कुंजिका मंत्र जप में आपकी आवाज दूर तक नहीं जानी चाहिए. सिद्ध कुंजिका मंत्र जीवन में आने वाली हर प्रकार की समस्याओं को दूर कर देता है. सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का अगर गोपनीय जाप करते हैं तो इसका भी बहुत लाभ मिलता है. सिद्ध कुंजिका मंत्र आपको अचूक तरीके से लाभ पहुंचाता है. क्योंकि यह मंत्र और स्त्रोत अपने आप में सिद्ध माना जाता है. इसे सिद्ध करने की जरुरत नहीं पड़ती.
इस मंत्र का जाप करने पर माता आपकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करती है. हमेशा ध्यान रहे कि सिद्ध कुंजिका मंत्र का उपयोग किसी भी व्यक्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं करना चाहिए. इस मंत्र के प्रभाव से आपके शत्रु आपसे हमेशा स्वतः ही हारते रहते हैं. इसका जाप पन्द्रह मिनट तक करें और इस तरह से इस अभ्यास को 41 दिन तक नियमित रूप से करें. इसके बाद आप देखेंगे कि सिद्ध कुंजिका मंत्र के चमत्कारी प्रभाव से आपकी मनोकामना जल्दी ही पूरी होगी. माता भगवती में पूर्ण श्रद्धा और विश्वास होने पर ही आप इस मंत्र का जाप करें.
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