Dussehra 2022: दशहरा विजयदशमी का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाने वाला  देश का एक प्रमुख त्यौहार है. यह त्यौहार बताता है कि देर से ही जीत अच्छाई और सच की ही होती है. विजयादशी के दिन का बहुत अधिक महत्व है क्योंकि इस दिन लोग जीत के लिए साधना करते हैं और कुछ अचूक ज्योतिषीय उपायों को अपनाकर अपने जीवन को समस्याओं से बचाते हैं. दशहरा का पर्व दस प्रकार के पापों- काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और चोरी जैसे अवगुणों को छोड़ने की प्रेरणा हमें देता है.


पंडित जी ने बताए उपाय


पंडित सुरेश श्रीमाली ने बताया कि इस दिन करने योग्य खास ये कुछ खास उपाय आपकी जिन्दगी बदल कर जीवन में आपको विजेता बना सकते हैं. आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि व श्रवण नक्षत्र के योग में विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है. पंडित सुरेश श्रीमाली ने बताया कि इस वर्ष बुधवार 5 अक्टूबर 2022 को है. इस दिन दशमी तिथि दोपहर 12 बजे तक रहेगी और श्रवण नक्षत्र रात्रि 9 बजकर 14 मिनट तक है. इसी के साथ सुकर्मा योग, धृती योग, बुधादित्य योग और लक्ष्मीनारायण योग रहेगा. खरीददारी और शुभ कार्य का शुभारम्भ करने के लिए ये दिन श्रेष्ठ रहता है. इस दिन लाभ-अमृत का मुहूर्त सुबह 7 से 9 बजे तक, फिर शाम को 5 बजकर 15 मिनट से 6 बजकर 15 मिनट तक रहेगा. इस दौरान ये कुछ उपाय करने पर आपका जीवन और बेहतर हो जाएगा.


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कैसे करें उपाय



  • अच्छे स्वास्थ्य के लिए ये करें- बीमारी या संकट हटाने के लिए एक साबूत पानीदार नारियल लें और उसे अपने उपर से इक्कीस बार उंसारकर रावण दहन की आग में डाल दें. ऐसा घर के सभी सदस्यों के ऊपर से वारकर करेंगे तो सबका स्वास्थ्य उत्तम बना रहेगा.

  • धन बढ़ाने के लिए ये करें- दशहरे के दिन से लेकर लगातार 43 दिनों तक कुत्तों को प्रतिदिन बेसन के लड्डू खिलाएं. इससे आपकी धन संबंधित समस्याएं दूर होंगी और महालक्ष्मी की अनुकम्पा बरसेगी.

  • समस्याओें को भगाने के लिए- दशहरे पर सुंदरकांड का पाठ करके या करवाकर देखिए आपके घर से सभी बीमारियों और मानसिक समस्याएं दूर हो जाएंगी. 

  • सकारात्मकता के लिए- दशहरे के दिन एक फिटकरी के टुकड़े को सभी घर के सदस्यों पर से वार कर उसे छत या सुनसान जगह पर खुद से पीछे की ओर अपने इष्टदेव का ध्यान करते हुए फेंक दें. माना जाता है कि ऐसा करने से घर की हर प्रकार की नकारात्मकता का नाश होता है.


क्या है मान्यता


मान्यताओं अनुसार दशहरे पर रावण दहन के बाद गुप्त दान करना रामबाण उपाय माना गया है. साथ ही पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान राम जब लंका पर आक्रमण करने के लिए निकल रहे थे, उसके पहले उन्होंने शमी के वृक्ष के सामने अपनी जीत की प्रार्थना की थी. भगवान राम ने शमी की पत्तियों का स्पर्श किया और उन्हें विजय प्राप्त हुई. तभी से यह मान्यता आज तक चली आ रही है कि शमी की पत्तियां विजयदशमी के दिन स्पर्श करने या एक दूसरे को देने से सुख-समृद्धि और विजय प्राप्त होती है. तो शमी के वृक्ष और उसकी पत्तियों को छूना मत भूलिएगा, जो चाहते हैं वो मिलेगा और किस्मत चमक जाएगी.


ये उपाय भी हो सकते हैं कामगर



  • समृद्धि के लिए ये करें- दशहरे के दिन शाम को माता लक्ष्मी का ध्यान करते हुए मंदिर में झाड़ू दान करने से धन और समृद्धि बढ़ती है और इससे जीवन सुखमय जरूर होगा.

  • नौकरी के लिए ये करें- नौकरी में परेशानी हो तो दशहरे के दिन माता का पूजन कर उन पर दस तरह के फल चढ़ाकर गरीबों में बाटें. देवी पर सामाग्री चढ़ाते समय ऊँ विजयायै नमः का जाप करें. ये उपाय मध्याह्न शुभ मुहूर्त में करें. निश्चित ही हर क्षेत्र में विजय मिलेगी. ऐसा माना जाता है कि श्रीराम ने भी रावण को परास्त करने के बाद मध्यकाल में पूजन किया था.

  • कोर्ट के मामलों में छुटकारे के लिए ये करें- दशहरे के दिन शमी के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से सभी तरह के मामलों से छुटकारा मिल सकता है. शमी के वृक्ष को छूकर उसके के नीचे दीपक जलाने से सौभाग्य की प्राप्ति अवश्य होती है. 

  • जीत और शांति के लिए- श्रीराम ने रावण का वध करने के पूर्व नीलकंठ को देखा था. नीलकंठ को शिवजी का रूप माना जाता है. अतः दशहरे के दिन इसे देखना बहुत ही शुभ होता है.

  • बिजनेस में बढ़ोतरी के लिए- आपके व्यापार में लगातार घाटा हो रहा हो तो दशहरे के दिन एक नारियल सवा मीटर पीले वस्त्र में लपेटकर एक जोड़ा जनेऊ, सवा पाव मिठाई के साथ आस-पास के किसी भी राम मंदिर में चढ़ा दें. तत्काल ही बिजनेस बढ़िया चलने लगेगा.


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