REET Paper Leak Case: पेपर लीक में ED ने की राजीव गांधी स्टडी सर्किल के कोऑर्डिनेटर से 15 घंटे तक पूछताछ, पूछे ये सवाल
Rajasthan News: राजस्थान में रीट परीक्षा के घोटाले की जांच कर रही इंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट की टीम राजीव गांधी स्टडी सर्किल के कोऑर्डिनेटर डॉ. बनय सिंह से दो चरणों में करीब 15 घंटे तक पूछताछ की.
Bharatpur News: राजस्थान में रीट परीक्षा के घोटाले की जांच कर रही इंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) की टीम राजीव गांधी स्टडी सर्किल के कोऑर्डिनेटर डॉक्टर बनय सिंह के घर भी पहुंची. भरतपुर के रहने वाले डॉक्टर बनय सिंह से ईडी ने दो चरण में लगभग 15 घण्टे तक पूछताछ की. जांच एजेंसी ने उन्हें और पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया है.
डॉक्टर बनय सिंह से कब और कहां हुई पूछताछ
इंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट की टीम ने पांच और छह जून को डॉ. बनय सिंह से 15 घण्टे पूछताछ की थी. ईडी के अधिकारियों ने बनय सिंह के घर की तलाशी भी ली थी. जानकारी के अनुसार कुछ दस्तावेज ईडी के अधिकारी साथ ले गए हैं और डॉ.बनय सिंह को मुख्यालय छोड़ने से पहले अनुमति लेने के लिए कहा गया है.
डॉक्टर बनय सिंह जयपुर के सांगानेर कॉलेज में लेक्चरर के रूप में कार्यरत हैं. वे रूक्टा के महासचिव भी हैं. वो राजीव गांधी स्टडी सर्किल में स्टेट कोऑर्डिनेटर हैं. रीट की परीक्षा के पेपर लीक के मामले में शुरू से ही रूक्टा और राजीव गांधी स्टडी सर्किल के कुछ लोगों पर रीट परीक्षा घोटाले में शामिल होने के आरोप लगते रहे थे.
ईडी ने उनके किन बातों की जानकारी ली
राजस्थान में रीट परीक्षा घोटाले की जांच करने के लिए ईडी की एंट्री हुई है. डॉक्टर बनय सिंह ईडी के रडार पर हैं. बताया गया है की ईडी की टीम ने 5 जून को जगतपुरा स्थित उनके आवास पर पहुंचकर उनके घर की तलाशी ली थी. ईडी की टीम ने उनसे करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी. अगले दिन 6 जून को डॉक्टर बनय सिंह को ईडी ऑफिस बुलाया गया था. वहां उनसे करीब 5 घंटे तक पूछताछ की गई थी.जानकारी के अनुसार ईडी ने डॉ. बनय सिंह से डीपी जारोली,अरविंद सेंगवा, रामकृपाल मीणा, बीएस बैरवा, सुभाष यादव, प्रदीप पाराशर, ध्यानचंद गोठवाल के बारे में पूछताछ की थी. इसके अलावा उनकी संपत्ति को लेकर भी पूछताछ की गई थी.
अपनी सफाई में क्या कहना है डॉ. बनय सिंह का
राजीव गांधी स्टडी सर्किल के कोऑर्डिनेटर के बनय सिंह ने फोन पर संपर्क करने पर बताया है की ईडी की टीम ने 5-6 जून को मुझसे पूछताछ की थी. इस दौरान मैंने बता दिया था कि रीट की परीक्षा से उनका कोई संबंध नहीं है. उन्होंने बताया कि टीए-डीए के बारे में पूछा तो मैंने कह दिया की 10 वर्ष का रिकॉर्ड जांच लें मैंने अपने विभाग से भी कोई टीए-डीए नहीं उठाया है. ईडी ने रीट परीक्षा के किसी अधिकारी से संपर्क के बारे में भी पूछा तो मैंने कह दिया कि मैं ईडी की हर तरह से मदद करुंगा, मुझे जब भी बुलाया जाएगा मैं ईडी के दफ्तर में हाजिर हो जाऊंगा.
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