Kota Jail News: कोटा शहर के साथ देशभर में ईद का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है, हिंदू हो या मुस्लिम सभी एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दे रहे हैं. सिवईयों की मिठास के साथ हिंदू-मुस्लिम सभी कौमी एकता का परिचय देते हुए ईद मना रहे हैं, इसी बीच कुछ ऐसे भी लोग हैं जो ईद तो मना रहे हैं लेकिन कहीं ना कहीं उनके मन में मलाल है कि ये ईद इस बार तो यहां मना ली लेकिन अगली बार इसे वह अपने घर अपने परिवार के साथ मनाएंगे. हम कोटा जेल की बात कर रहे हैं जहां कैदियों ने ईद का पर्व जेल की चार दीवारियों के अंदर मनाया.


कोटा जेल में मुस्लिम कैदियों ने मनाई ईद
ईदु-उल-फितर मुसलमानों का सबसे बड़ा त्योहार होता है जो कि रमजान के माह की समाप्ति पर मनाया जाता है. शनिवार को कोटा कारागृह पर मुस्लिम बंदी भाइयों में खुशी का आलम देखने को मिला. कारागृह पर सुबह में हुई नमाज में पूरे मुस्लिम बंदी भाइयों ने एक साथ सामूहिक नमाज अदा की, जिसमें काजी मुजफ्फर हुसैन व अब्दुल सलीम ने नमाज अदा कराई.


नमाज के वक्त ईद की रौनक और खुशी हर चेहरे पर साफ झलक रही थी. बंदी भाइयों ने एक-दूसरे को मुबारकबाद दी और अमन चैन की दुआ मांगी. नमाज के बाद विभिन्न धर्मों के बंदी भाइयों ने मुस्लिम बंदी भाइयों को गले लगाकर मुबारकबाद दी. इस मौके पर काजी मुजफ्फर ने कहा कि मुस्लमान का काम नेकी करना, भाईचारे से रहना, दूसरों से अच्छा व्यवहार करना और अपने धर्म की तालीम पर चलना होता है.


 पूरे रमजान में रोजा इफ्तार भी हुए जेल में
नमाज अदा के बाद जेल अधीक्षक परमजीत सिंह सिद्धु ने सभी बंदी भाइयों को ईद-उल-फितर की मुबारकबाद दी और बताया कि इस कारागृह पर कोई भी त्योहार दिवाली, होली, ईद आदि सभी धर्म के बंदी भाई मिलकर मनाते हैं. उन्होंने बताया कि हमें सभी पर्व भाईचारे एवं सद्भावाना के साथ मनाना चाहिए और एकसाथ मिलकर रहना चाहिए.


उन्होंने बताया कि पूरे रमजान माह में रोजा रखने वाले सभी बंदी भाइयों के लिए रोजा इफ्तार की पूर्ण व्यवस्था करवाई गई. इस दौरान जेल उपाधीक्षक जसवंत सिंह, कारापाल धारा सिंह, उप कारापाल किशन लाल ने ईद के पर्व पर कैदियों को सिवईयां भी खिलाईं. 


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