Rajasthan Elections 2023: बीजेपी (BJP) ने केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी (Pralhad Joshi) को राजस्थान का चुनाव प्रभारी बनाया है. उन्हें यह जिम्मा तब दिया गया है, जब राजस्थान बीजेपी में गुटबाजी चरम पर है. जोशी का कहना है कि राजस्थान में चुनाव जीतने और बीजेपी की सरकार बनाने के लिए जो भी करना होगा, वो करेंगे. अपनी योजनाओं को लेकर जोशी ने अखबार 'दैनिक भास्कर' से बातचीत की. 


कैसा होगा राजस्थान का चुनाव


प्रहलाद जोशी का कहना है कि किसी भी नजरिए से चुनाव को आसान नहीं माना जा सकता है. उनका कहना कि वो राजस्थान विधानसभा के चुनाव को चुनौती के रूप में लेंगे और बीजेपी को जिताने के लिए पूरी तैयारी करेंगे. वो ऐसी रणनीति बनाएंगे कि बीजेपी की सत्ता में वापसी हो. उन्होंने कहा कि वो यह तो नहीं बताएंगे कि चुनाव जीतने की रणनीति क्या है, लेकिन चुनाव जीतने के लिए जो भी करना होगा, वो करेंगे.


राजस्थान की अशोक गहलोत सरकारी की ओर से आयोजित 'महंगाई राहत कैंप' पर जोशी ने कहा कि कांग्रेस सरकार को साढ़े चार साल बाद चुनाव के समय ही लोगों की याद क्यों आई. अशोक गहलोत और सचिन पायटल के विवाद के सुलझने के सवाल पर जोशी ने कहा कि कांग्रेस में पैचअप होने की सीर्फ बातें की जा रही हैं. उनका कहना था कि कांग्रेस में अंदर अभी भी तलवारें खिंची हुई हैं. उन्होंने कहा कि 2013 में जब कांग्रेस के सभी नेता एक होकर चुनाव लड़े थे तब भी बीजेपी ने चुनाव जीता था.उनका कहना था कि इस बार कांग्रेस सरकार की एंटीइंकबेंसी बहुत है. कांग्रेस ने जनता से जो भी वादे किए हैं, उसे पूरा नहीं किया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने किसानों के कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन कर्जमाफी नहीं हुई. 


क्या होगी चुनाव जीतने की रणनीति


कांग्रेस की पहले टिकट घोषित करने की नीति के सवाल पर जोशी ने कहा कि वो कांग्रेस की रणनीति पर अपनी रणनीति नहीं बनाएंगे. अभी वो राजस्थान का दौरा कर स्थितियों को समझेंगे. उसके बाद तय करेंगे कि क्या करना है. उन्होंने कहा कि वो बीजेपी की सरकार बनाने के लिए संकल्पबद्ध होकर चुनाव के मैदान में उतरेंगे.


राजस्थान बीजेपी में सीएम पद के चेहरे के सवाल पर जोशी ने कहा कि जब वो चुनाव प्रभारी बन कर उत्तराखंड गए थे तो वहां भी ऐसे ही हालात थे. लेकिन मैंने सब ठीक किया और सबके साथ चुनाव मैदान में उतरे और बीजेपी की सरकार बनवाई. राजस्थान में भी ऐसा ही करेंगे.


ये भी पढ़ें


Rajasthan Election: बिना CM फेस के उतरेगी कांग्रेस, गहलोत-पायलट में से किसे होगा फायदा, क्या कहते हैं सियासी जानकार?