Jodhpur: बिजली की मांग कर रहे किसानों को ऊर्जा मंत्री भाटी ने दिया अनोखा तर्क, बोले- 'पूरे देश में चल रही किल्लत'
Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर में किसान बिजली की कमी से जूझ रहे हैं. उनका कहना है कि बिजली की कमी के कारण उन्हें सिंचाई में दिक्कत आ रही है और फसल को नुकसान हो रहा है.
Jodhpur News: राजस्थान (Rajasthan) सरकार के ऊर्जा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी (Bhanwar Singh Bhati) एक दिन के जोधपुर (Jodhpur) दौरे पर आए. इस दौरान जोधपुर डिस्कॉम बिजली कर्मचारी संघ की ओर से मोहन सिंह भाटी (Mohan Singh Bhati) की स्मृति में सातवें संभागीय अधिवेशन का आयोजन किया गया था जिसमें वह शामिल हुए. ऊर्जा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्थान ही नहीं पूरे देश में इस समय बिजली की किल्लत चल रही है. राजस्थान सरकार को 12 रुपये प्रति यूनिट खर्च करने के बावजूद भी जितनी बिजली की जरूरत है उतनी बिजली नहीं मिल रही है.
ऊर्जा राज्यमंत्री भाटी ने अपने संबोधन में जोधपुर डिस्कॉम के मुख्यालय के बाहर महापड़ाव डालकर बैठे किसानों को मनाने का प्रयास करते हुए कहा, '' बिजली का संकट पूरे देश में हर जगह बना हुआ है. ऐसे में किसानों को साथ देना चाहिए.'' ऊर्जा राज्य मंत्री ने बताया कि जयपुर और अजमेर डिस्कॉम की तुलना में जोधपुर डिस्कॉम में मांग ज्यादा है. इसका कारण यह है कि जोधपुर डिस्कोम के क्षेत्र में अधिकांश रेगिस्तान का एरिया आता है.
यहां पर जमीन में अंडरग्राउंड वाटर एक हजार फीट से भी ज्यादा नीचे चला गया है. जिसके चलते जोधपुर डिस्कॉम में किसानों की मांग भी ज्यादा है. लेकिन यहां डिस्कॉम एमडी और अधिकारी से बात कर किसानों की सभी मांगों को पूरा करने का प्रयास हमारी सरकार कर रही है.
मंत्री ने किया यह दावा
ऊर्जा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहां कि राजस्थान सरकार ने बिजली के क्षेत्र में भी प्रदेशवासियों को कई रियायत दी है. आमजन का जीवन आसान करने के लिए काम किया है. जैसे आम उपभोक्ताओं को 100 यूनिट बिजली फ्री और किसानों को दो हजार यूनिट बिजली फ्री सरकार की रियायत योजना के तहत दी जा रही है.
किसान कर रहे ये मांग
दरअसल, जोधपुर के डिस्कॉम विभाग के बाहर किसानों का महापड़ाव चल रहा है. किसानों की मांग है कि उनको बिजली नहीं मिल रही है. इस कारण से उनके खेतों में खड़ी फसल जलने की कगार पर है. विभाग के द्वारा बिजली दी जाती है तो उस दौरान वोल्टेज कम होने के कारण और किसानों के पंप जल रहे हैं. जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.