Udaipur Crime: उदयपुर में एक बड़े एस्कॉर्ट सर्विस रैकेट का भंड़ाफोड़, 10 आरोपी गिरफ्तार, 55 सिम और कई एटीएम जब्त
Udaipur News: एसपी ने बताया कि आरोपी आदिवासी क्षेत्र के लोगों की कुछ रुपए का लालच देकर उनके दस्तावेज ले लेते थे. फिर उनसे सिम खरीदना, बैंक अकाउंट खुलवाने जैसे काम करते थे.
Udaipur Crime: उदयपुर संभाग की बांसवाड़ा जिला पुलिस ने एक बड़ी एस्कॉर्ट सर्विस (Escort Service) पर कार्रवाई की है जिसमें पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बड़ी बात यह है कि आरोपी इतना बड़ी गैंग चला रहे थे कि उनके पास से पुलिस ने 55 सिम कार्ड, 49 एटीम कार्ड, 19 चैक बुक सहित अन्य सामान जब्त किया है. यहीं नहीं इनका नेटवर्क देशभर में कई हिस्सों में फैला हुआ था जिसको पुलिस ने तोड़ दिया है. फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है कि इनके साथ और लोग तो जुड़े हुए नहीं थे.
ऐसे पता चला पुलिस को एस्कॉर्ट सर्विस के बारे में
एसपी अभिजीत सिंह ने बताया कि एक शिकायत मिली थी कि एक व्यक्ति को किसी ने एस्कॉर्ट के लिए संपर्क किया और फिर पैसे लेकर आगे बातचीत ही नहीं की. फिर पुलिस ने ऑनलाइन सर्च पर कसरत सर्विस के बारे में पता किया जिसमें कई लिंक सामने. फिर जिससे व्यक्ति के साथ ठगी हुई थी उसी लिंक के नंबर पर मैसेज किया और एस्कॉर्ट के बारे में जानकारी ली.
एस्कॉर्ट वालों ने कॉल गर्ल उपलब्ध कराने के बदले पैसों की मांग की. पुलिस ने ऑनलाइन बताए हुए क्यूआर कोड पर राशि भेज भी दी. बाद में कॉल गर्ल के बारे में पूछा तो कॉल नहीं उठाया और मोबाइल बन्द कर दिया. इससे पुलिस को लग गया कि यहीं कोई बड़ा गैंग ठगी कर रहा है. फिर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए अपना जाल फैलाया.
गिरोह में एमए, एमबीए पास भी शामिल
एसपी अभिजीत सिंह ने बताया कि तकनीकी जांच के बाद पता चला कि डूंगरपुर जिले के आसपुर निवासी मणिलाल एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर लोगों से ठगी कर रहा था और उसके इस गिरोह में कई और लोग भी शामिल थे. आरोपी मणिलाल तीसरी पास है जबकि उसके साथ काम कर रहे कई लोग एमए, एमबीए पास भी थे. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने पुलिस के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किये हैं. गिरफ्तारी के बाद चौकाने वाले खुलासे हुए.
आदिवासियों के नाम पर खरीदते थे सिम
एसपी ने बताया कि आरोपी आदिवासी क्षेत्र के लोगों की कुछ रुपए का लालच देकर उनके दस्तावेज ले लेते थे. फिर उनसे सिम खरीदना, बैंक अकाउंट खुलवाने जैसे काम करते थे. इसके बाद ये ऑनलाइन एस्कॉर्ट सर्विस का ऐड डालकर लोगों को एस्कॉर्ट सर्विस उपलब्ध कराने के लिए मैसेज भेजते थे. जब कोई सर्विस लेने के लिए राजी हो जाता तो वे उसे क्यूआर कोड भेजते थे और उससे अपने अकाउंट में पैसे डलवाकर नंबर बंद कर देते थे. आरोपियों ने बताया कि वे देशभर में अब तक कई लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं.
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