Kota Sport News: शहर के विकास पर यूडीएच विभाग ने तीन हजार करोड़ रुपये खर्च कर दिए हैं. लेकिन कोटा के स्टेडियम पर 30 रुपये भी खर्च नहीं हुए हैं. इसको लेकर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष आमीन पठान ने प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश में सात जगह इन्हीं के विभाग से एमओयू हो गए, जहां नए स्टेडियम बनाए जा रहे हैं,लेकिन यहां के लिए एमओयू नहीं हुए हैं.कोटा में एक नहीं करीब चार बड़े स्टेडियम की दरकार है.उन्होंने कोटा के जेके पवेलियन क्रिकेट स्टेडियम को लेकर और नए स्टेडियम को लेकर सरकार व यहां के कारपोरेट पर भी आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि ये कोटा की बदनसीबी है कि कोटा में खेल के लिए कोई कार्य नहीं हुआ है. अमीन पठान ने सोमवार को रजवाड़ा क्रिकेट लीग के 7वें सीजन के आगाज को लेकर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.
राजनीतिक द्वेष में हो रही है कोटा की उपेक्षा
अमीन पठान ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शासन में स्टेडियम में पहले फेज का काम हुआ था.बाद के फेज सरकार बदलने से अटक गए हैं. इसमें नॉर्थ और साउथ में पवेलियन बनना है.यह खेल प्रेमियों के साथ अन्याय हुआ है.राजनीतिक द्वेष में कोटा की उपेक्षा की जा रही है. अमीन पठान ने कहा कि राजस्थान सरकार के यूडीएच विभाग ने प्रदेश के 12 शहरों के स्टेडियम के लिए एमओयू आरसीए के साथ किया है. इसमें से सात यूडीएच के साथ हुए हैं. वहीं दूसरी ओर न तो कोटा के स्टेडियम के लिए एमओयू किया जा रहा है न ही उसमें काम करवाया जा रहा है.
स्टेडियम में ताला लगाने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण
जयपुर का सवाई मानसिंह स्टेडियम स्टेडियम में मंत्री अशोक चांदना के स्टैंड पर ताला लगाने की घटना को अमीन पठान ने गलत बताया. उन्होंने कहा कि हम बैठकर बात कर सकते थे,कई रास्ते निकाले जा सकते थे. लेकिन इस तरह से करना गलत है. बड़ी मुश्किल से आईपीएल का मैच मिला है. राजस्थान को तीन साल बाद आईपीएल के मैच मिले हैं.जयपुर में मैच होना आरसीए के लिए बड़ा अचीवमेंट है.इसमें राजस्थान के स्पोर्ट्स मिनिस्टर अशोक चांदना को सहयोग करना चाहिए था. कोई स्टैंड अगर गलत बन गया है,तो उसको बात कहने का भी तरीका है.ताला लगाना का तरीका गलत है.
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