Rajasthan Politics: रंधावा ने पायलट से विधानसभा में मुद्दे उठाने को कहा था, मैंने उठाया तो बर्खास्त कर दिया, ये क्या बात हुई ? छोडूंगा नहीं
Rajendra Gudha Interview: मणिपुर की बातें हम कर रहे हैं, वो ठीक है. मणिपुर में जो हो रहा है वो गलत हो रहा है.लेकिन, यहां पर रोज दुष्कर्म हो रहा है, महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है. क्या उसकी बात न करें.
Rajasthan Elections 2023: राजस्थान की अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) सरकार से राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ( Rajendra Singh Gudha) को बर्खास्त कर दिया गया है. उसके बाद से गुढ़ा अपने पुराने अंदाज में दिखाई दे रहे हैं. लगातार सरकार पर हमलावर हैं. महिलाओं और अपराध पर हमेशा बोलने की बात कह दी है. उन्होंने कहा लोगों ने मुझे सदन में बोलने के लिए ही भेजा था. उन्होंने कहा कि सुखजिंदर रंधावा ने पायलट से विधानसभा में मुद्दा उठाने के लिए कहा था. अब जब मैंने उठाया तो बर्खास्त कर दिया है. ये क्या बात हुई ? मैं छोडूंगा नहीं. उनकी अभी तक किसी कांग्रेस के नेता से बात नहीं हुई है. गुढ़ा ने ABP LIVE से खुलकर अपनी बात कहीं .उन्होंने छह सवालों के जवाब दिए .पढ़िए पूरी बातचीत.
सवाल: मंत्रिमंडल से बर्खास्त होने पर क्या कहना है ? क्या किसी बात का कोई मलाल है ?
जवाब: मणिपुर की बातें हम कर रहे हैं, वो ठीक है. मणिपुर में जो हो रहा है वो गलत हो रहा है. लेकिन, यहां पर रोज दुष्कर्म हो रहा है, महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है. आज ही हमारे यहां पर एक बच्ची का कत्ल हुआ है. हमने तो सिर्फ यही कही थी कि हमें अपने गिरेबान में झाकना चाहिए. और इसीपर कार्रवाई हो गई है.
सवाल: कार्रवाई के लिए बस यही बात जिम्मेदार है या कोई और वजह भी हो सकती है ?
जवाब : ये तो सभी को पहले से ही पता है कि क्या चीजें यहां पर हो रही हैं. मैंने तो बस इत्ता सा कहा था कि राजस्थान महिला अत्याचार में नंबर वन हो गया है. हर दिन दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं. एक पढ़ने वाली बच्ची का कत्ल हुआ है. उसके घर जा रहा हूं. ऐसी घटनाएं रोज हो रही हैं. लड़कियों और महिलाओं पर लगातार अत्याचार बढ़ता जा रहा है.
सवाल: बर्खास्ती के बाद अब क्या करेंगे ? क्या आलाकमान से बात करेंगे ? रणनीति क्या होगी ? अपनी बात वहां पर रखेंगे ?
जवाब : साहब आलाकमान तो ! जब गहलोत साहब 25 सितंबर को आलाकमान को ठेंगा दिखा रहे थे तब भी हम आलाकमान के साथ थे. मुख्यमंत्री ने 25 सितंबर को मल्लिकार्जुन खरगे और अजय माकन को वापस लौटा दिया था. इसके एवज में आलाकमान छोटे-छोटे लोगों को नोटिस दे रहा है. शांतिधारीवाल, महेश जोशी ने जो किया बिना सीएम साहब के नहीं किया था.
सवाल: आपकी आगे की राह क्या होगी ?
जवाब: मेरी राह तय होगी. जो चीजें यहां पर हो रही हैं वो आलाकमान को नहीं दिख रहा है क्या ? सब कुछ वहां पर पता होगा. मैं, सोमवार को सदन में आ रहा हूँ. ये शेखावटी है और रावशेखा की भूमि है. मैं राव शेखा का वंशज हूं. एक महिला के सम्मान के लिए तीन पीढ़िया एक साथ कट गई थीं. आप को बताना चाहता हूं कि हम समझौता कैसे कर सकते हैं ? जनता ने हमें सदन में महिलाओं के सम्मान के लिए लड़ने के लिए ही भेजा ही था. अब हम पीछे नहीं हट सकते हैं.
सवाल: तो क्या सरकार पर आपके सवाल जारी रहेंगे ?
जवाब: जी, महिलाओं के मुद्दे पर रुकने वाला नहीं हूं. मैंने तो बस अपनी राय रखी थी. मैं, मंत्री हूं तो क्या अपनी राय नहीं रख सकता ? अभी हमारे रंधावा साहब ने पिछले दिनों कहा था कि सचिन पायलट को अपनी बात विधानसभा में रखनी चाहिए थी. मंच से बात नहीं कहनी थी. तो मैंने भी अपनी बात विधानसभा में रख दी है. ये भी गलत हो गया तो क्या किया जाए?
सवाल: कार्रवाई के बाद कांग्रेस के किसी नेता से आपकी बात हुई क्या ?
जवाब: जी नहीं ! मैं अपने क्षेत्र में आ गया हूँ. सोमवार को सदन में आऊंगा और अपनी बात रखूंगा.
ये भी पढ़ें