Rajasthan News: भरतपुर में तेजी से फैल रहा है आई फ्लू, ये सावधानियां अपनाकर कर सकते हैं बचाव
Bharatpur News: भरतपुर के रामकटोरी नेत्र चिकित्सालय में सुबह से ही मरीजों की लंबी कतारें लगने लगती हैं. अस्पपताल प्रशासन का कहना है कि ओपीडी में रोज आई फ्लू के करीब 900 केस आ रहे हैं.
Eye Flu in Bharatpur: राजस्थान के भरतपुर जिले में आई फ्लू तेजी के साथ फ़ैल रहा है. आई फ्लू एक दूसरे से संपर्क में आने से फैल रहा है. भरतपुर के रामकटोरी नेत्र चिकित्सालय में सुबह से ही लंबी कतारें लग जाती हैं. एक बार जिस घर में आई फ्लू हो जा रहा है, परिवार के सभी सदस्य इसकी चपेट में आ जा रहा है. नेत्र चिकित्सालय में मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अस्पताल की ओपीडी में रोज करीब 900 केस आर रहे हैं.
चिकित्सकों का कहना है की आई फ्लू तो हर वर्ष आता है, लेकिन इस बार आई फ्लू तेजी से फ़ैल रहा है. भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाने से अपने आप को रोंके. किसी से भी हाथ नहीं मिलाएं दूर से ही नमस्ते कर दें. बाजार से आकर तुरंत अपने हाथों को साबुन से धोएं और आंखों पर ठंडे पानी के छींटे मारे.
स्कूलों में भी पहुंचा आई फ्लू
आई फ्लू की चपेट में स्कूली बच्चे भी आ रहे हैं. स्कूल में किसी बच्चे को आई फ्लू हो जाता है तो उससे अन्य बच्चों में भीआई फ्लू फैल रहा है. हालांकि स्कूल के शिक्षक ऐसे बच्चों को तुरंत वापस घर भेज रहे हैं, जिससे अन्य बच्चों को इसके संक्रमण से बचाया जा सके.
अस्पताल में बढ़ी मरीजों की भीड़
रामकटोरी नेत्र चिकित्सालय में मरीजों की लंबी कतारें लगी हैं. दिन पर दिन आई फ्लू के रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. मरीज को पहले पर्चे की लाइन में लगना पड़ता है. उसके बाद चिकित्सक को दिखाने लिए लाइन में लगना पड़ता है. इसके बाद उसे दवाई लेने के लिए भी लाइन में लगना पड़ता है. एक तो आदमी अपनी आंखों की बीमारी के कारण परेशान है, दूसरा गर्मी में लाइन में लगकर डॉक्टर को दिखाना और दवाई लेना मुश्किल का काम है.
क्या कहना डॉक्टर का
रामकटोरी नेत्र चिकित्सालय के डॉक्टर सतीश शर्मा ने बताया कि आई फ्लू आई कॉन्टेक्ट से फैलता है. उन्होंने कहा की अगर हम अपनी आंख से हाथ लगाएं और किसी इंफेक्टेड चीज को टच कर फिर अपनी आंखों से हाथ लगाए तो यह संक्रमण जल्दी फैलेगा.उन्होंने कहा कि अगर किसी को आई फ्लू हो जाता है तो उसे घर वालों से थोड़ा अलग रखना चाहिए. इससे उसका भी इलाज हो और दूसरे को संक्रमण से बचाया जा सके.
उन्होंने बताया कि नेत्र चिकित्सालय में इस समय पांच गुना मरीज बढ़ गए हैं. अस्पताल की ओपीडी में रोज करीब 900 मरीज आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि मेडिकल विभाग और प्रशासन की तरफ से माकूल व्यवस्था की गई है दवाई के काउंटर भी बढ़ा दिए गए हैं.
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