Rajasthan Crime News: राजस्थान में पाकिस्तान बॉर्डर से सटे सांचौर जिले में फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले में अब सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है. सीबीआई ने तीन आरोपियों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है. दरअसल, पिछले एक साल से फर्जी आधार कार्ड बनाने की शिकायतें सामने आ रही थीं. इस केस को राजस्थान सरकार ने 9 जुलाई को सीबीआई को सौंप दिया था. 


इसके बाद सीबीआई ने फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले में सांचौर जिले के डूंगरी निवासी गणपत सिंह जाट तोगाराम जाट और कन्हैयालाल प्रजापत के खिलाफ केस दर्ज किया. फर्जी आधार कार्ड मामले में सात बच्चों के फुटप्रिंट, फिंगरप्रिंट और रेटिना स्कैन करने के मामले में एक आरोपी को पुलिस ने 21 जून को गिरफ्तार भी किया था. पूछताछ में आरोपी द्वारा फर्जी आधार कार्ड के जरिए जीएसटी घोटाला, फर्जी तरीके से बैंक लोन, फाइनेंस, समेत कई प्रकार के फ्रॉड करने की बात कबूली थी. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया. 


सांचौर के सरवाना थाने में सूचना प्रोग्रामर मनोहर लाल द्वारा पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी. इस मामले को लेकर अब राजस्थान सरकार भी काफी सख्त है. मामला विधानसभा में उठने के बाद सरकार ने पिछले एक साल में बने फर्जी आधार कार्ड की जांच करवाने का फैसला किया, जिसमें सभी कलेक्टर को मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए. 


विधानसभा में उठा फर्जी आधार कार्ड का मुद्दा
सांचौर के रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी ने पाकिस्तान सीमा से सटे जिलों में फर्जी आधार कार्ड बनाए जाने से सुरक्षा में खतरे का मुद्दा सदन में उठाया था. इस पर विधानसभा संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने बताया कि कुछ आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं और कुछ की तलाश जारी है. विधायक रतन देवासी ने कहा कि फर्जी आधार कार्ड से राष्ट्रीय सुरक्षा को भारी खतरा है. 


जानवरों का आई स्कैन, पैरों के फिंगरप्रिंट से बन रहा था आधार कार्ड
12 से 13 साल के बच्चों को 200 रुपये देकर फर्जी आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं. जानवरों की आंखों की पुतलियों की स्कैन लिया जा रहा है. हाथों की जगह पैरों के फिंगरप्रिंट लिए जा रहे हैं. इस पर मंत्री जोगाराम पटेल ने सभी तथ्य सही बताते हुए मामले में सरकार की ओर से गंभीरता से जांच करने की सिफारिश की थी. 


हीरालाल भाटी की रिपोर्ट.


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