Jodhpur News: राजस्थान विधानसभा के चुनाव इसी साल के अंत में होने हैं. राज्य में अगली सरकार किसकी बनेगी यह जनता तय करेगी. वोटरों को लुभाने के लिए नेता राजनेता जनता दरबार में पहुंच रहे हैं. वहां जनता नेता को कामकाज में आ रही समस्याएं भी सुना रहे हैं.जोधपुर के ओसिया विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा अपने क्षेत्र में टंकी का उद्घाटन करने पहुंचीं.


उन्होंने वहां जनता दरबार लगाया. इस दौरान कई लोगों ने उनसे भ्रष्टाचार की शिकायत की, लेकिन दिव्या मदेरणा उसे स्वीकार करने को तैयार नहीं थीं. उन्होंने शिकायत करने वालों को ही डांट दिया. उन्होंने दावा किया कि उन्हें पता है कि उनके क्षेत्र की विधायक कितनी दबंग हैं. ऐसे में ऐसा कोई कैसे कर सकता है. एक किसान ने पटवारी द्वारा म्यूटेशन के एवज में रिश्वत मांगने का आरोप लगाया. इस पर विधायक कार्यकर्ताओं पर ही बिफर पड़ीं.उन्होंने कहा कि मुझे बेइज्जत करने के लिए बुलाया है क्या. 


किसान ने पटवारी पर क्या आरोप लगाए


यह वाकया ओसियां क्षेत्र के राईकोरिया गांव में उच्च जलाशय के शिलान्यास कार्यक्रम का है. दिव्या मदेरणा की मौजूदगी में किसान राजूराम जाजड़ा ने म्यूटेशन भरने के एवज में पटवारी द्वारा रिश्वत मांगने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पटवारी ने कहा कि रिश्वत का पैसा ऊपर विधायक तक पहुंचाना पड़ता है, इसलिए पांच हजार की जगह 10 हजार देने होंगे. यह बात सुनकर दिव्या मदेरणा आग बबूला हो गईं. उन्होंने किसान के आरोपों को ही गलत बताया. उन्होंने कहा कि मेरे नाम से पैसे मांगने की पटवारी की हिम्मत ही नहीं हो सकती और न पटवारी पैसे मांग सकता है.


वहीं किसान अपने आरोपों पर अडिग रहा. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने किसान से रिकॉर्डिंग या वीडियो की मांग की. इस पर उसने कहा कि मैं तो अनपढ़ हूं मेरे पास फोन तक नहीं है. जब विधायक ने उसकी बात अनसुनी कर दी तो पीड़ित किसान वहां से चला गया. किसान की ओर से पटवारी पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाने के आरोप पर बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार किया. बीजेपी ने कहा है कि भ्रष्टाचार के मामले में कांग्रेस के जीरो टॉलरेंस के दावे की हवा निकल गई है. प्रदेश में कांग्रेस के राज में लूट मचा रखी है आमजन बेहाल है कोई सुनने वाला नहीं है.


क्या कहना है बीजेपी का


ओसिया से बीजेपी के पूर्व विधायक भैराराम सियोल ने आरोप लगाया कि दिव्या मदेरणा एक जनप्रतिनिधि हैं. जनता ने वोट दिया हैं, जब काम नहीं होगा तो शिकायत भी करेगी. जनता से इतनी बेरुखी से बात करती हैं और जनता का सम्मान भी नहीं कर रही हैं. लोकतंत्र में जनता ही माई बाप है. इतना घमंड किसी काम का नहीं है. उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत भ्रष्टाचार मुक्त का दावा करते हैं, एक किसान ने विधायक के सामने पटवारी पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया, ऐसे में कार्रवाई करना तो दूर, शिकायतकर्ता को ही डांट कर चुप करा दिया. उन्होंने कहा कि जिस पटवारी पर आरोप था वो बैठक में मौजूद था, किसान और उसका आमना-सामना करवाया होता तो दूध का दूध, पानी का पानी हो जाता.


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