Rajasthani Culture: राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित बाड़मेर जिले की एक शादी आजकल सुर्खियां बनी हुई है. हम बात कर रहे हैं पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके में एक किसान के बेटे की निकली अनोखी बारात की. इस बारात में ना हाथी था, ना घोड़ा. दूल्हा समेत सभी बाराती 51 ट्रैक्टर पर सवार होकर गए. दूल्हा खुद ट्रैक्टर चलाकर पहुंचा दुल्हन को लेने ससुराल.ट्रैक्टरों पर यह बारात उस समय निकली जब हेलिकॉप्टर से दूल्हे के जाने और दुल्हन को लाने का चलन जोर पकड़ रहा है.
कहां से कहां तक गई ट्रैक्टरों वाली बारात
बाड़मेर जिले के बायतु उपखंड के सेवनियाला गांव में एक बारात 51 ट्रैक्टरों पर सवार होकर निकली. इसमें खास बात यह रही कि दूल्हा खुद ट्रैक्टर चलाकर अपने ससुराल बोड़वा पहुंचा था. राजस्थान और अन्य प्रदेशों में दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लाने या बेटी को हेलिकॉप्टर से विदा करने की बातें अब आम होती जा रही हैं. वहीं एक बार फिर से बारातों का रेगिस्तान के जहाज ऊंट पर जाने का सिलसिला भी चल पड़ा है. ऐसे में अब ट्रैक्टरों से बारात ले जाने की चर्चा हर तरफ हो रही है. लोग इस पहल की तारीफ भी कर रहे हैं. क्योंकि ट्रैक्टर किसान के जीवन का अभिन्न हिस्सा है.
जानकारी के मुताबिक बाड़मेर जिले के सेवनियाला गांव निवासी 22 साल के राधेश्याम की शादी बोड़वा निवासी कमला के साथ आठ जून को तय थी. दूल्हा अपनी दुल्हन लाने के लिए गाजे-बाजे और बारातियों के साथ 51 ट्रैक्टरों पर सवार होकर रवाना हुआ. उसकी ससुराल उसके गांव से 15 किलोमीटर दूर है. राधेश्याम की बारात में शामिल 51 ट्रैक्टरों काफिला करीब 1 किलोमीटर लंबा था.
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो
ट्रैक्टरों पर जा रही इस बारात के काफिले को देखकर हर कोई हैरान रह गया. बड़ी बात यह है कि दूल्हा राधेश्याम अपनी बारात में खुद ट्रैक्टर चालक बना. ट्रैक्टरों पर सवार होकर ये बारात जब दुल्हन की चौखट पर पहुंची तो गांव के लोग इस अनोखी बारात को देखने के लिए उमड़ पड़े. लोगों ने इस पहल की सराहना भी की. लोगों ने बारात के वीडियो बनाये और फोटो खींचे. अब ये वीडियो और फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं.
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