Rajasthan Politics: अपने बेबाक अंदाज के लिए मशहूर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) एक बार फिर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में है. जयपुर में उन्होंने जहां अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की योजनाओं की प्रशंसा की वहीं उन्होंने यह भी कहा कि केवल अशोक गहलोत के भरोसे बैठना मुश्किल होगा. उनका यह भी कहना है कि राजस्थान में मिल कर काम करना होगा नहीं तो राजस्थान जैसा मजबूत राज्य कांग्रेस (Congress) के हाथ से निकल जाएगा.


दरअसल फारुक अब्दुल्ला इंडियन मुस्लिम फॉर सिविल राइट्स के राजस्थान चैप्टर की ओर से राष्ट्रिय अधिवेशन में शिरकत करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने राजस्थान में हो रही गुटबाजी को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान कांग्रेस में चल रही गुटबाजी को दूर नहीं किया गया और सभी नेताओं को साथ लेकर नहीं चला गया तो नुकसान हो सकता है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार ने अच्छा काम किया है. योजनाएं अच्छी हैं, लेकिन उनके भरोसे रहना ठीक नहीं है. फारुक अब्दुल्ला ने कांग्रेस को एकजुट होने का संदेश दिया है. अब इनके इस सन्देश का यहां पर कितना असर होगा यह तो अभी देखना बाकी हैं. 


'मुसलमान भी देश में बराबर हकदार है'


फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि भारत में इस समय 22 करोड़ मुसलमान हैं. इसलिए मुसलमान भी देश में बराबर का हिस्सेदार हैं. वर्तमान में ऐसे हालात बन गए हैं कि देश में धर्म विशेष के खिलाफ नफरत फैलाई जा रही है. अब्दुल्ला ने पूछा कि ऐसी नफरत फैलाकर आप 22 करोड़ मुसलमानों को कहां फेंकना चाहते हो. उन्होंने कहा कि इस देश में सभी हिंदू-मुसलमानों के खिलाफ नहीं है और न ही मुसलमानों के दुश्मन हैं लेकिन कुछ जानबूझकर ऐसा माहौल बना रहे हैं जो ठीक नहीं है. इसके कई अन्य मुद्दों पर उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी. 


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